एक चिट्ठी से मिलेगी ई-कोर्ट की सुविधा, जानिए प्रक्रिया और फायदा
पहाड़ी राज्य में त्वरित और सरल न्याय प्रक्रिया की सुविधा बस एक चिट्ठी से मिल जाएगी। अदालत गवाह के आग्रह पर एक मोबाइल ई-कोर्ट वैन भेजेगी। इसी के माध्यम से गवाह ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अदालत में जज के सामने पेश होकर अपने बयान दर्ज कराएगा। अदालत की मोबाइल ई-कोर्ट न्याय व्यवस्था से दूर-दराज में रहने वाले लोगों को सुविधा मिलेगी।
प्रक्रिया
मोबाइन ई-कोर्ट वैन हर गवाह को मिल सकेगी। बस इसके लिए गवाह को समन तामील करने के दौरान ही एक चिट्ठी अदालत को लिखनी होगी। ये चिट्ठी वकील व पैरालीगल वॉलंटियर के जरिए कोर्ट पहुंचेगी। अदालत गवाह को तय दिन व समय पर मोबाइल ई-कोर्ट वैन की सुविधा देगा। वैन से समन्वयक गवाह को ऑनलाइन अदालत में पेशी कराएगा।
डॉक्टर और जांच अधिकारी को भी रहेगी सुविधा
महिला एवं बाल अपराधों में मेडिकल जांच व जांच अधिकारी की अहम भूमिका होती है। अपने बयान दर्ज करवाने कोर्ट के समक्ष उपस्थित होना होता है। कई बार पुलिस के जांच अधिकारियों व डॉक्टरों का तबादला दूसरे जिले में हो जाता है, लेकिन यह लोग भी मोबाइल ई-कोर्ट वैन से अपने बयान दर्ज करा पाएंगे।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार प्रदेश में महिला एवं बाल अपराधों का ग्राफ तेजी से बढ़ा है। 2019 प्रदेश में बाल अपराध के 620 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि 706 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया। वहीं अगस्त 2020 तक पूरे प्रदेश में 360 मामले दर्ज किए जा चुके हैं।