वाराणसी। बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा ने कहा है कि अब दुनिया को परमाणु बम और खतरनाक हथियारों से मुक्त करने का समय आ गया है। तिब्बत के धर्म गुरु एवं शांति दूत दलाई लामा ने कहा कि इसके लिए हमें विश्व स्तर पर अभियान चलाकर दुनिया को परमाणु बम और खतरनाक हथियारों से मुक्त कराना होगा। साथ ही उन्होंने कहा कि भारतीय पारंपरिक ज्ञान भावनाओं पर आधारित है।
उन्होंने कहा, ‘‘‘मैं’ और ‘तुम’ की भावना ही आज तमाम समस्याओं की जड़ है इसलिए भारत में वो शक्ति है जिससे कि वो पूरी दुनिया को शांति का संदेश दे सकता है। इस निधि का समावेश हमें आज की आधुनिक शिक्षा में करना होगा। इससे ही डर और क्रोध की जगह अहिंसा और करुणा स्थापित की जा सकती है।’’
दलाई लामा सारनाथ स्थित केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षा संस्थान में भारतीय विश्वविद्यालय संघ के 92वें अधिवेशन के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि परमाणु शस्त्रों से किसी भी देश का भला नहीं हो सकता। ऐसे में हमें पृथ्वी पर मानवता की रक्षा के लिए निःशस्त्रीकरण के लिए प्रयास करना ही होगा और यह उचित शिक्षा के माध्यम से ही संभव है।
दलाई लामा ने भारतीय विश्वविद्यालय संघ नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित यूनिवर्सिटी न्यूज के विशेषांक तथा चार अन्य ग्रंथों का विमोचन भी किया। अधिवेशन में भारतीय विश्वविद्यालयों के तकरीबन 150 कुलपति तथा देश-विदेश के शिक्षाविद शामिल हुए।