प्रशासन ने यह भी संकेत दिए कि भविष्य में और सख्ती की जा सकती है। हॉट स्पॉट श्रेणी: कोरोना संक्रमण के चलते देहरादून हॉट स्पॉट की श्रेणी में आ गया है। यहां कम्युनिटी में संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। लिहाजा, प्रशासन ने कई तरह के कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
दून प्रशासन ने बुधवार को बड़ा कदम उठाते हुए उत्तराखंड की राजधानी देहरादून शहर में भगत सिंह कॉलोनी एवं कारगी ग्रांट की परिधि के सात किमी के क्षेत्र को बफर जोन घोषित कर दिया है। दोनों ही कॉलोनियों की सीमा से लगे सात किमी का इलाका प्रशासन की निगरानी में होगा। यहां कैमिस्ट शॉप संचालकों को किसी भी व्यक्ति में जुकाम-खांसी या फिर किसी तरह के फ्लू के लक्षण मिलने पर प्रशासन को तुरंत जानकारी देनी होगी।
खासतौर पर लॉक की गई कॉलोनियां और इससे लगे क्षेत्रों की निगरानी बढ़ा दी गई है। दून की सीएमओ डॉ. मीनाक्षी जोशी ने बताया कि इस पूरे जोन में स्थित किसी भी सरकारी-निजी अस्पताल एवं दवा की दुकानों पर कोई भी ऐसा व्यक्ति आता है, जिसमें कोरोना जैसे लक्षण हैं, तो उसकी तत्काल जानकारी सीएमओ दफ्तर को देनी होगी, ताकि ऐसे व्यक्ति को क्वारंटाइन किया जा सके।
हरिद्वार में दो इलाके सील: हरिद्वार के डीएम सी. रविशंकर ने ज्वालापुर के पांवधोई में कोरोना के दो मरीज मिलने के बाद ज्वालापुर, रुड़की के पनियाला क्षेत्र को पूरी तरह सील करने के आदेश दे दिए। दोनों इलाकों में लॉकडाउन के तहत लोगों को होम क्वारंटाइन कर दिया गया है। डीएम की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि इन क्षेत्रों में आवागमन पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। के बीच के हिस्से को बफर जोन कहा जाता है। कोरोना के मामले में देश ही नहीं, विदेशों में भी तब बफर जोन बनाए गए, जब कोरोना संक्रमण सामुदायिक स्तर पर होने लगता है। इसमें कोरोना संक्रमण वाले इलाकों से लगे हिस्से को विशेष निगरानी में लिया जाता है और स्वास्थ्य निगरानी बढ़ा दी जाती है।
दून शहर के लगभग पूरे हिस्से को बफर जोन घोषित किया जाना कोरोना संक्रमण रोकने की दिशा में कदम है। डीएम डॉ. आशीष श्रीवास्तव कहते हैं, पहले चरण के तहत अस्पताल, निजी क्लीनिक, नर्सिंग होम, निजी प्रैक्टिस वाले डॉक्टर और कैमिस्ट हैं, जिन्हें उनके पास आए मरीज में कोरोना जैसे लक्षण दिखने पर स्वास्थ्य विभाग को तुरंत सूचना देनी है।
यह एक सामान्य प्रक्रिया है, जिसमें सभी को सहयोग करना होगा। उन्होंने कहा कि अगर किसी इलाके में कोई कोरोना पॉजिटिव मिला तो फिर उसे लॉक करना, वहां सामुदायिक निगरानी रखना और फिर पूरी तरह से पाबंद करने जैसे कदम उठाए जाते हैं।
हरिद्वार के डीएम सी. रविशंकर ने बुधवार को अपने आदेश में कहा कि पनियाला और ज्वालापुर क्षेत्र में पाए गए कोरोना संक्रमित, जो तबलीगी जमात से जुड़े हैं। उन्होंने जिन-जिन लोगों से मुलाकात की या जो भी उनके संपर्क में आए हों, उनकी जांच की जाए। फिर जांच के बाद ऐसे लोगों को चिह्नित करते हुए तत्काल उनका मेडिकल परीक्षण कराया जाए।