मुंबई। चेन्नई सुपरकिंग्स की टीम में कई उम्रदराज खिलाड़ी थे लेकिन इसके बावजूद वह आईपीएल-11 की चैंपियन बनने में सफल रही और उसके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी यहां कहा कि उम्र नहीं बल्कि फिटनेस मायने रखती है। चेन्नई ने सनराइजर्स हैदराबाद को आठ विकेट से हराकर तीसरी बार आईपीएल खिताब जीता। सनराइजर्स ने पहले बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर छह विकेट पर 178 रन बनाये। चेन्नई शेन वाटसन के नाबाद 117 की मदद से दो विकेट पर 181 रन बनाकर चैंपियन बना।
उन्होंने कहा, ‘हम अपनी कमजोरियों से वाकिफ थे। अगर वाटसन डाइव लगाने की कोशिश करता तो वह चोटिल हो सकता था इसलिए हमने उसे ऐसा नहीं करने के लिये कहा। उम्र केवल नंबर है लेकिन आपको पूरी तरह फिट होना चाहिए।’ धोनी ने कहा, ‘जब आप फाइनल में पहुंचते हो तो हर कोई अपनी भूमिका जानता है। जब आप क्षेत्ररक्षण करते हो तो आपको अपनी रणनीति के अनुसार सामंजस्य बिठाना पड़ता है। हमारे बल्लेबाज अपनी शैली से परिचित हैं। अगर किसी को यह मुश्किल लगती तो अगले बल्लेबाज के लिये भी आसान नहीं होता।’
उन्होंने कहा, ‘हमें पता था कि उनकी टीम में भुवनेश्वर कुमार और राशिद खान दो अच्छे गेंदबाज हैं जो हम पर दबाव बना सकते हैं। इसलिए मैं मानता हूं कि हमारी बल्लेबाजी बहुत अच्छी रही। लेकिन हमें विश्वास था कि बीच के ओवरों में हम अच्छे रन जुटा सकते हैं।’ धोनी से पूछा गया कि उनकी सर्वश्रेष्ठ जीत कौन सी रही उन्होंने कहा कि प्रत्येक जीत महत्वपूर्ण होती है इसलिए एक जीत को चुनना मुश्किल है।
उन्होंने कहा, ‘हमने अपनी तरफ से अच्छे प्रयास किये। हम खिताब नहीं जीत पाये लेकिन कई सकारात्मक पहलू हमारे साथ जुड़े। प्रत्येक टीम संतुलन स्थापित करने की कोशिश करती है लेकिन इसमें कोई संदेह नहीं कि हमारे पास अच्छा गेंदबाजी आक्रमण था और यह हमारे लिये बहुत मजबूत पक्ष था।’ सनराइजर्स के कोच टॉम मूडी ने भी माना कि वाटसन की पारी ने अंतर पैदा किया।
मूडी ने कहा, ‘वाटसन की पारी विशेष थी। हमें लग रहा था कि हमारा प्रतिस्पर्धी स्कोर है। इसे हासिल करने के लिये कुछ खास करने की जरूरत थी और वाटसन ने वह किया। हमारे लिये यह सत्र अच्छा रहा।’ चेन्नई के कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि उन्होंने अनुभवी खिलाड़ियों को टीम में रखने की रणनीति अपनायी जो कारगर साबित हुई। फ्लेमिंग ने कहा, ‘हर साल भिन्न् होता है। फ्रेंचाइजी ने अच्छी टीम तैयार की। अन्य टीमों ने बदलाव किये लेकिन हमने अनुभवी खिलाड़ियों को तरजीह दी। इस साल के लिये हमारा फार्मूला अनुभव था।’