चारधाम यात्रा से पहले श्रद्धालुओं को कराने होंगे तीन टेस्ट
महाराज ने सभी से वैक्सीन लगाने की अपील करते हुए संतों से 27 और 30 अप्रैल के कुम्भ स्नान में सभी कोविड नियमों का पालन करने का अनुरोध भी किया। कहा कि सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग्र मास्क और सेनेटाइजर का अनिवार्य रूप से प्रयोग करें। बता दें कि विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 17 मई को भक्तों के लिए खोले जाएंगे। पंचकेदार गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ रावल ने घोषणा की है। प्राचीन परपंरा के अनुसार महाशिवरात्रि के दिन हर साल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने का दिन निकाला जाता है। केदारनाथ धाम के कपाट खोलने के लिए भगवान भैरवनाछ की 13 मई को पूजा-अर्चना की जाएगी।
उत्तराखंड में चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को तीन टेस्ट करवाकर आना होना है। सरकार ने कार्ट्रिज आधारित न्यूक्लिक एसिड एम्प्लीफिकेशन टेस्ट (सीबीएनएएएटी), रिवर्स ट्रांसक्रिप्शन पॉलीमर्स चेन रिएक्शन टेस्ट (आरटीपीसीआर) और टीवी डायग्नोसिस टेस्ट ( ट्रूनेट ) को अनिवार्य कर दिया है। राज्य में 15 मई से चारधाम यात्रा शुरु होने जा रही है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा को लेकर सरकार पूरी तरह से तैयार है। दूसरे राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को तीनों टेस्ट कराने जरूरी होंगे। यात्रा पर आने वाले यात्रियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन होगा। जांच के बाद ही यात्रा की अनुमति दी जाएगी। चारधाम यात्रा में एक तय संख्या में ही यात्रियों को आने की अनुमति दी जाएगी।
बाबा केदार की चल विग्रह डोली पहले ऊखीमठ से प्रस्थान कर 14 मई को फाटा विश्राम के लिए पहुंचेगी। जबकि 15 मई को को गौरीकुंड और 16 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी, जहां 17 मई को सुबह पांच बजे भगवान केदारनाथ मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ समेत चारधामों के कपाट हर साल अक्टूबर-नवंबर में सर्दियों में बंद कर दिए जाते हैं, जो अगले साल फिर अप्रैल-मई में भक्तों के लिए खोल दिए जाते हैं। उत्तराखंड के गढवाल हिमालय में स्थित विश्वप्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए इस साल 18 मई को खुलेंगे। बदरीनाथ मंदिर को खोले जाने का मुहूर्त मंगलवार को बसंत पंचमी के मौके पर नरेंद्रनगर स्थित टिहरी राजवंश के दरबार में आयोजित समारोह में निकाला गया। जबकि, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट 15 व 14 मई को श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि हरिद्वार में महाकुंभ पर आयोजित होने वाले देव डोलियों का कुंभ स्नान निर्धारित समय पर कोविड नियमों का पालन करते हुए आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस बाबत सीएम तीरथ सिंह रावत से उनकी वार्ता हो चुकी है। इस आयोजन में भी सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क और सैनिटाइजर की अनिवार्यता रहेगी।महाराज के मीडिया प्रभारी निशीथ सकलानी ने बताया कि 24 अप्रैल को देव डोलियों की शोभायात्रा ऋषिकेश में आयोजित होगी। शाम को सभी डोलियां हरिद्वार में प्रेमनगर आश्रम आ जाएंगी। 25 अप्रैल को सुबह पांच बजे शोभायात्रा के रूप में हर की पैड़ी पहुंचेगी। वहां स्नान किया जाएगा।