ग्राहकों को फ्लैट देने की समय सीमा हुई फाइनल, जानें फ्लैट्स कब तक मिलेंगे
आईएसबीटी के समीप एमडीडीए के द्वारा एचआईजी श्रेणी के 338 फ्लैट बनाए जा रहे हैं। 2016 से योजना पर काम चल रहा है। लेकिन अब तक महज 72 फ्लैट ही बनकर तैयार हो पाए हैं। जबकि योजना के काम में लेट लतीफी से एक तरफ एमडीडीए की छवि धूमिल हो रही है। दूसरी तरफ हर माह लाखों रुपये का भुगतान ब्याज के रूप में करना पड़ रहा है।
मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण (एमडीडीए) उपाध्यक्ष और सचिव ने आईएसबीटी के समीप आवासीय योजना का काम कर रही निर्माण एजेंसियों के पदाधिकारियों की जमकर क्लास ली। उपाध्यक्ष ने दो टूक कहा कि यदि पंद्रह दिनों के भीतर निर्माण कार्य में तेजी नहीं आई तो संबंधित एजेंसी के खिलाफ एमडीडीए मुकदमा दर्ज करेगा। दीवाली पर्व तक यदि समस्त फ्लैट बनकर तैयार नहीं हो पाए तो सख्त कार्रवाई के साथ- साथ हमेशा के लिए एजेंसियों को ब्लैक लिस्ट कर दिया जाएगा।
खुद एमडीडीए के अधिकारियों का कहना है कि योजनाओं में इस तरह की लापरवाही बरतेंगे तो प्राधिकरण को लेने के देने पड़ जाएंगे। सोमवार को उपाध्यक्ष एमडीडीए बृजेश कुमार संत, प्राधिकरण के सचिव मोहन सिंह बर्निया, अधीक्षण अभियंता एचसीएस राणा और अन्य अधिकारियों को साथ लेकर निर्माण कार्य का जायजा लेने पहुंचे। निर्माण कार्य की धीमी प्रगति देख उनका पारा चढ़ गया।
उन्होंने एजेंसी के स्टाफ को पंद्रह दिनों के भीतर बताए गए काम पूरे करने के निर्देश दिए। दीवाली पर्व तक काम पूरा नहीं होने पर एजेंसियों को ब्लैक लिस्टेड करने की चेतावनी भी दी। इसके अलावा उन्होंने राजपुर वार्ड में प्रस्तावित डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी पार्क का काम भी 30 नवंबर तक हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। काम पूरा नहीं होने पर ठेकेदार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पार्क का निर्माण कार्य भी धीमी रफ्तार से चल रहा है। लंबे समय तक काम बंद रहने से यहां जंगली घास उग आई है।