राज्य में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के लिए तैयार होगा हेल्थ वर्कर्स का डाटाबेस
स्वास्थ्य सचिव ने हेल्थकेयर वर्कर्स का डाटाबेस तैयार किए जाने के बारे में जनपद और ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स गठित कर कार्य करने के बारे में बताया। साथ ही निर्देश दिए कि भारत सरकार की गाइडलाइन के अनुसार टास्क फोर्स के समस्त सदस्यों को यथासमय प्रशिक्षण दिया जाए, जिससे डाटाबेस तैयार करने की दिशा में त्वरित कार्य हो सके। कहा कि डाटाबेस में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर के वह सभी स्वास्थ्य सेवा प्रदाता सम्मिलित किए जाएंगे, जो भारत सरकार द्वारा निर्धारित गाइडलाइन में चिह्नित किए गए हैं।
हेल्थकेयर वर्कर्स और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को कोविड-19 वैक्सीन लगाए जाने की दिशा में राज्य सरकार ने कार्य करना शुरू कर दिया है। इस महत्वपूर्ण टीकाकरण अभियान की शुरुआत से पहले हेल्थकेयर वर्कर्स का डाटाबेस तैयार किया जाएगा, जिसके अंतर्गत सरकारी और निजी क्षेत्र में कार्यरत सभी हेल्थकेयर वर्कर्स को सम्मिलित किए जाने का फैसला लिया गया है। इन हेल्थकेयर वर्कर्स का डाटाबेस तैयार किए जाने के बारे में शनिवार को स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने शासन और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने डाटाबेस से संबंधित गाइडलाइन के बारे में सभी जिलाधिकारियों, सीडीओ और सीएमओ को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दिशा-निर्देश भी दिए हैं।
उन्होंने कहा कि डाटाबेस तैयार करते समय आईएमए, आइएपी और फॉगटी जैसी गैर सरकारी इकाइयों से भी सहयोग लिया जाए। गौरतलब है कि कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण सबसे पहले स्वास्थ्य सेवाओं में कार्यरत लोगों को उपलब्ध कराए जाने के बारे में भारत सरकार द्वारा विस्तृत दिशा निर्देश सभी राज्य सरकारों को उपलब्ध कराया जा चुका है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक को राज्य स्तर पर नोडल अधिकारी बनाया गया है। राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी इस कार्य के लिए समन्वयक के रूप में कार्य करेंगे। मिशन निदेशक इस कार्य में महत्वपूर्ण डाटाबेस तैयार कराने और वैक्सीन की उपलब्धता के लिए राष्ट्रीय स्तर पर समन्वय कराते हुए निर्धारित गाइडलाइन के तहत टीकाकरण के लिए उत्तरदायी होंगे। प्रभारी स्वास्थ्य सचिव डा. पंकज पांडेय, एनएचएम की मिशन निदेशक सोनिका, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. अमिता उप्रेती, अपर मिशन निदेशक डा. अभिषेक त्रिपाठी, राज्य प्रतिरक्षण अधिकारी डा. कुलदीप मर्तोलिया के अलावा वैक्सीन कार्यक्रम के लिए तकनीकी सहयोगी संस्था के प्रतिनिधि भी मौजूद रहे।