कोरोना की जंग में जिला मुख्यालयों में कोविशील्ड की सप्लाई शुरू
राज्य में पहले चरण में कुल 87 हजार के करीब स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होगा। इनमें से पचास प्रतिशत लोगों के लिए राज्य में वैक्सीन पहुंच चुकी है। जिन लोगों को वैक्सीन लगेगी उन्हें पोर्टल के जरिए मैसेज भेजे जाएंगे जिसमें बूथ और टीकाकरण के दिन की जानकारी दी जाएगी। उसी के अनुरूप टीकाकरण बूथ पर पहुंचने के लिए कहा गया है। राज्य के कुछ इलाकों में नेटवर्क की समस्या को देखते हुए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि यदि नेटवर्क उपलब्ध नहीं होता तो कोविन पोर्टल पर ऑफ लाइन काम किया जाएगा।
उत्तराखंड में कोरोना को मात देने के लिए पहुंची कोविशील्ड वैक्सीन को अब जिला मुख्यालयों में सप्लाई किया जा रहा है। वैक्सीन की सप्लाई के दौरान केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स का पूरा पलान किया गया है। राज्य में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण का अभियान शुरू हो रहा है। इसके लिए प्रदेश में कोविशील्ड वैक्सीन की 1.13 लाख खुराक राजधानी देहरादून बुधवार पहुंच गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने 15 जनवरी तक राज्य के सभी बूथों पर वैक्सीन उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है। अभियान के पहले दिन राज्य में कुल 43 बूथ पर टीकाकरण किया जाना है। इसके लिए बूथों का चयन हो चुका है। ज्यादा आबादी वाले देहरादून, हरिदवार, यूएस नगर और नैनीताल जिलों में चार- चार बूथ पर टीकाकरण किया जाएगा। जबकि अन्य जिलों में तीन या दो बूथ पर टीकाकरण किया जाना है।
पहले चरण में राज्य में मेडिकल कॉलेज और बड़े अस्पताल के कर्मचारियों को टीके लगाए जाने हैं। राज्य में टीकाकरण की नोडल अफसर सोनिका ने बताया कि टीकाकरण की सभी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं। एक दो दिन में हर बूथ पर वैक्सीन पहुंच जाएगी। राज्य में स्वास्थ्य कर्मियों के बाद दूसरे चरण में पुलिस कर्मियों, कोरोना ड्यूटी में लगे राजस्व कर्मियों और नगर निकायों के सफाई कर्मियों का टीकाकरण किया जाएगा। केंद्र सरकार ने राज्य को यह जानकारी देते हुए इन सभी वर्गों के कर्मचारियों का ब्योरा मांगा है। पहले चरण में 16 जनवरी से स्वास्थ्य कर्मियों का टीकाकरण होना है।
राज्य में 87 हजार के करीब स्वास्थ्यकर्मियों के टीके लगाए जाने हैं। इनके टीकाकरण के बाद पुलिस कर्मियों, राजस्व विभाग के कर्मचारियों और नगर निकायों के सफाई कर्मियों का टीकाकरण शुरू कर दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित नेगी ने बताया कि केंद्र सराकर की ओर से चरणबद्ध तरीके से टीकाकरण अभियान को शुरू किया जा रहा है। कहा कि वैक्सीनेशन के लिए प्रदेश पूरी तरह से तैयार है और सभी हेल्थ वर्करों सहित अन्य कर्मियों को पूरा प्रशिक्षण दिया जा चुका है।
मेडिकल कॉलेज श्रीनगर के रीजनल सेंटर में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप पहुंच गई है। देर रात कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंची पहली खेप में 15130 डोज शामिल हैं। जिन्हें यहां रीजनल सेंटर से चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी भेजा जाएगा। मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल के चिकिस्ता अधीक्षक केपी सिंह ने बताया कि यहां पहुंची पहली खेप में से 4880 डोज चमोली, 7670 डोज पौड़ी और 2580 डोज रुद्रप्रयाग जिले को भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज और अन्य सभी अस्पतालों में पौड़ी सीएमओ ऑफिस के माध्यम से वैक्सीन पहुंचाई जाएगी। कहा मेडिकल कॉलेज के हेल्थ वर्कस के लिए करीब 1300 डोज मांगी गई हैं।
कोरोना वैक्सीन चमोली जिले के मुख्यालय के जिला चिकत्सिालय में पहुंच चुकी है। पहली खेप मे जिले में 4880 डोज कोरोना वैक्सीन की आयीं हैं। जिन्हें नियमानुसार फीर्जर में रख लिया गया है। चमोली के मुख्य चिकत्सिाधिकारी डॉ. जीएस राणा ने बताया कि बुधवार की रात्रि दो बजे के आसपास कोरोना वैक्सीन जिला चिकत्सिालय गोपेश्वर में पहुंच गई थी। जिसे फ्रिजर में रखा गया है। बताया कि जिले को 4880 डोज उपलब्ध हुई है। सीएमओ ने कहा कि पहले चरण में जिला चिकत्सिालय गोपेश्वर, कर्णप्रयाग व गैरसैण के 2100 स्वास्थ्य कर्मियों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। उसके दवा उपलब्ध होने पर जिले के अन्य चिकत्सिालयों के कर्मचारियों को वैक्सीन लगायी जायेगी। उन्होंने कहा कि पहली डोज लगने के बाद दूसरी डोज 28 दिन बाद फिर से लगायी जायेगी। उन्होंने जानकारी दी कि दवा को दो से आठ डिग्री तापमान पर रखा जाना है जिसके लिए पूरी तैयारी कर ली गई है।
अल्मोड़ा 6970
बागेश्वर 3320
चमोली 4880
चम्पावत 2610
देहरादून 28920
हरिद्वार 18050
नैनीताल 12010
पौड़ी 7670
पिथौरागढ़ 5820
रुद्रप्रयाग 2580
टिहरी 7160
यूएस नगर 8680
उत्तरकाशी 3950
राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में स्वास्थ्य कर्मियों को कोरोना टीका करण का प्रशिक्षण दिया गया। मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में अपर चिकित्सा अधिकारी डॉ रश्मि पंत ने वैक्सीन लगाने के चूड़ी विभिन्न बिंदुओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि वैक्सीन 16 जनवरी से लगाई जानी है। वैक्सीन लगाने से पहले व्यक्ति की पूरी जानकारी वेरीफाई करना जरूरी होगा।
वैक्सीन लगाने के बाद भी इसकी जानकारी ऑनलाइन अपडेट की जानी है। इसके अलावा वैक्सीन लगाने के तुरंत बाद व्यक्ति को 30 मिनट तक निगरानी में रखा जाना है। उन्होंने कहा कि वैक्सीन के उपरांत यदि कोई साइड इफेक्ट आता है तो इसके लिए भी मेडिकल टीम को तुरंत अस्पताल पहुंचाने का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में कम्युनिटी मेडिसिन विभागाध्यक्ष के साथी अपर जिलाधिकारी केएस टोलिया एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे