कुंभ में केंद्र की गाइडलाइन के आधार पर होंगे कोविड रोकथाम के इंतजाम
सर्दी बढ़ने के साथ ही कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। अगले साल होने वाले महाकुंभ में संक्रमण को नियंत्रित करना सरकार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। महाकुंभ में देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु आते हैं।
अगले साल तीर्थ नगरी हरिद्वार में होने वाले महाकुंभ में कोविड की रोकथाम के लिए केंद्र की गाइडलाइन के आधार पर इंतजाम किए जाएंगे। कुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की कोविड जांच पर अभी संशय बना हुआ है। देश दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड जांच की नेगेटिव रिपोर्ट के आधार आने की अनुमति दी जाएगी या सरकार उनका टेस्ट कराएगी।
ऐसे में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना संभव नहीं होगा। हरिद्वार में घाटों की क्षमता के अनुसार कुंभ में प्रमुख शाही स्नान में श्रद्धालुओं की संख्या सीमित करने पर सरकार विचार कर रही है।
सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से सामुदायिक धार्मिक आयोजनों को लेकर गाइडलाइन जारी है। आगामी महाकुंभ को देखते हुए केंद्र के दिशानिर्देशों के आधार पर तैयारियां की जा रही है।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए साढ़े तीन हजार से डॉक्टरों, पैरामेडिकल स्टाफ की जरूरत होगी। कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोविड जांच की किस तरह की व्यवस्था होगी। इसके लिए सरकार की ओर से निर्णय लिया जाएगा।