मसूरी सहित इन चार शहरों में कोविड कर्फ्यू, कब तक खुलेंगी दुकानें जानें

मसूरी सहित इन चार शहरों में कोविड कर्फ्यू, कब तक खुलेंगी दुकानें जानें

न क्षेत्रों के साथ ही जिले के अन्य नगर निकायों में अब तेजी से कोरोना मरीज मिल रहे हैं। इसे देखते हुए जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने नगर पालिका डोईवाला, हबर्टपुर, विकासनगर और मसूरी क्षेत्र में भी कोविड कफर्यू लगा दिया है। डीएम ने बताया कि इन नगर निकायों में देहरादून और ऋषिकेश नगर क्षेत्र की तरह सोमवार सुबह तीन मई तक पांच बजे कोविड कर्फ्यू लागू रहेगा। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह से इन क्षेत्रों में आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। कहा कि इसका उल्लंघन करने पर महामारी अधिनिमय के तहत कार्रवाई होगी।

उत्तराखंड की राजधानी समेत अन्य शहरों में कोरोना की दूसरी लहर में बढ़ते संक्रमितों को देखते हुए प्रशासन ने सख्ती करनी शुरू कर दी है। देहरादून, रुड़की, हरिद्वार,कोटद्वार आदि शहरों में कोविड कर्फ्यू लगाने के बाद अब प्रशासन ने अब देहरादून जिले में डोईवाला, हबर्टपुर, विकासनगर और मसूरी नगर पालिका क्षेत्र में कोविड कर्फ्यू लगा दिया गया है। इन इलाकों में कर्फ्यू का आदेश तत्काल प्रभाव से लागू किया गया है। देहरादून जिले में देहरादून नगर क्षेत्र और ऋषिकेश नगर पालिका क्षेत्र में बीते सोमवार शाम सात बजे आने वाले सोमवार सुबह पांच बजे तक कोविड कर्फ्यू लगाया गया है।

कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए जिलाधिकारी देहरादून डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने कोरोना कर्फ्यू को लेकर नया आदेश जारी किया है। जिलाधिकारी ने अपने आदेश में अब ऋषिकेश देहरादून के साथ नगर पालिका क्षेत्र हरबर्टपुर व विकासनगर में गुरुवार से तीन मई तक कर्फ्यू लागू करने के आदेश दिए हैं । हरबर्टपुर व विकासनगर में अब सिर्फ आवश्यक वस्तुओं फल, सब्जी, बेकरी,डेरी, मीट-मछली, राशन, सरकारी सस्ता गल्ला, पशुचारा व अंडे की दुकाने दो बजे दोपहर तक खुली रहेंगी। अन्य सभी दुकानें बंद रहेंगी। मेडिकल स्टोर आदि आवश्यक सेवाओं को छूट दी गयी है। शाम सात बजे से लेकर सुबह पांच बजे तक कोरोना कर्फ्यू जारी रहेगा।

पछुवादून क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमण के बढते मामलों के मद्देनजर जिलाधिकारी ने कर्फ्यू को लेकर नयें आदेश जारी किये हैं। जिसमें 29 अप्रैल गुरुवार से तीन मई तक विकासनगर व हरबर्टपुर पालिका क्षेत्र में भी कर्फ्यू लगाया गया है। इन दोनों बाजारों में फल, सब्जी, बेकरी,डेरी, मीट-मछली, राशन, सरकारी सस्ता गल्ला, पशुचारा व अंडे की दुकाने दिन दो बजे दोपहर तक ही खुला रह पायेंगी।

इन दोनों पालिका क्षेत्रों में मेडिकल स्टोर आदि इमरजेंसी सेवाओं के अलावा अन्य कोई भी दुकान नहीं खोली जायेगी। दोनों पालिका क्षेत्रों में शाम सात बजे सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू रहेगा। जिलाधिकारी ने सभी लोगों से अपील की है कि कर्फ्यू के दौरान सभी लोग अपने घरों में रहें। कर्फ्यू का उल्लंघन न करें। अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जायेगी। कहा कि कोरोना चेन को तोड़ने के लिए सभी लोग प्रशासन का सहयोग दें। केवल अति आवश्यक कार्य से ही घरों से बाहर निकलें। अन्यथ घरों में ही रहें।

कोरोना के चलते मसूर, चकराता सहित पर्यटक स्थलों में पर्यटन कारोबार चौपट हो गया है। मसूरी, पछुवादून और पर्यटन नगरी चकराता के होटलों में बुकिंग रद हो गई है। कोरोना संक्रमण से पहले इन दिनों होटल 60 फीसदी तक बुक रहते थे। इससे हर होटल कारोबारी को लाखों रुपये का नुकसान हुआ है। विकासनगर, बाड़वाला, जुड्डो, चकराता, लोखंडी, कोरूवा और आसपास के क्षेत्रों में 200 के करीब होटल हैं। इसके अलावा गेस्ट हाउस, होम स्टे, ब्रेक फास्ट एंड लंच सर्विस को मिलाकर इनकी संख्या करीब चार सौ तक है। इनसे हजारों लोगों को रोजगार मिलता है।

होटल एसोसिएशन चकराता के सचिव अनुपम तोमर का कहना है होटलों में 100 फीसदी बुकिंग रद हो गई है। कोरोना से पहले अप्रैल माह में करीब साठ प्रतिशत बुकिंग हो जाती थी। इस बार सीजन शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया है। कोरोना संक्रमण के चलते अन्य प्रदेशों से पर्यटक नहीं आ रहे हैं। इस कारण होटलों में सारी बुकिंग रद हो गई है। उन्होंने बताया कि इस सीजन में ही चकराता और आसपास के होटल व्यवसायियों को करीब दो करोड़ तक का नुकसान हो चुका है।

विकासनगर के होटल कारोबारी नितेश अरोड़ा, विशाल दुबे, शुभम जैन का कहना है दिसंबर माह से कोरोना संक्रमण कम होने के चलते उम्मीद थी कि अच्छा सीजन होगा, लेकिन यह शुरू होने से पहले ही खत्म हो गया है। होटलों में सभी बुकिंग रद हो गई है। इन हालात में ताला ही लगाना पड़ेगा। वायरस के कारण व्यवसाय चौपट हो गया है। होटल व्यवसायी राकेश शर्मा का कहना है यहां का होटल कारोबार ज्यादातर बाहर से आने वाले पर्यटकों पर निर्भर है। जब पर्यटक ही नहीं आएंगे तो व्यवसाय का चौपट होना स्वभाविक है। इससे रोजगार पर असर पड़ेगा।

अप्रैल माह की शुरुआत से ही पर्यटकों से गुलजार रहने वाला चकराता बजार इन दिनों सूना पड़ा हुआ है। लोग बाजार का रुख करने से परहेज कर रहे हैं। व्यापार मंडल अध्यक्ष केशर चौहान, संजय जैन, प्रकाश जैन, राहुल चांदना ने बताया कि पर्यटकों की आमद बंद होने और स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर बंद होने से ग्राहक कम हो गए हैं। बताया कि बाजार में मंदी का दौर शुरू हो गया है।