130 अस्पतालों में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण का पूर्वाभ्यास आठ जनवरी से
जिन लोगों को वैक्सीन लगेगी उन्हेंं सूचना एसएमएस के माध्यम से भेजी जा चुकी है। केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही वैक्सीनेशन का पूर्वाभ्यास होगा। वैक्सीन लगने के उपरांत 30 मिनट तक संबंधित व्यक्ति को आब्जर्वेशन रूम में रहना होगा। ताकि यह पता लग सके कि वैक्सीन का व्यक्ति पर कोई प्रतिकूल प्रभाव तो नहीं हो रहा है। किसी भी प्रतिकूल प्रभाव अथवा आपात स्थिति से निपटने के लिए चिकित्सा इकाईयों पर पर्याप्त संख्या में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ भी तैनात किया गया है। ड्राई रन के सफल संचालन के लिए सभी जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट को निर्देश दिए गए हैं कि वह टीकाकरण स्थल पर जाकर व्यवस्था का जायजा लें। एनएचएम की निदेशक डॉ. सरोज नैथानी ने बताया कि टीकाकरण के पूर्वाभ्यास की निगरानी व मूल्यांकन के लिए राज्य स्तरीय पर्यवेक्षकों की तैनाती भी की गई है। सभी पर्यवेक्षक अपने जनपदों में पूर्वाभ्यास के संचालन की समीक्षा कर विस्तृत रिपोर्ट स्टेट टास्क फोर्स को प्रस्तुत करेंगे।
कोविड-19 वैक्सीन के टीकाकरण का पूर्वाभ्यास (ड्राई रन) आज शुक्रवार को 13 जिलों में स्थित 130 चिकित्सा इकाईयों में किया जाएगा। इनमें राजकीय चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा निजी चिकित्सालय भी शामिल हैं। सभी चिकित्सा इकाईयों में स्वास्थ्य कॢमयों को तैनात किया गया है। टीकाकरण अभियान की राज्य नोडल अधिकारी व एनएचएम की मिशन निदेशक सोनिका ने बताया कि ड्राई रन को सफल बनाने की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
गढ़वाल मंडल में टीकाकरण के पूर्वाभ्यास के लिए डॉ. भारती राणा को पौड़ी, डॉ. एसके गुप्ता को टिहरी, डॉ. मनोज बहुखंडी को हरिद्वार, डॉ. केएस चौहान को चमोली, डॉ. एके सिंह को रुद्रप्रयाग, डॉ. विकास को उत्तरकाशी और कुमाऊं मंडल में डॉ. शैलजा भट्ट को नैनीताल व ऊधमसिंहनगर और डॉ. शिखा जंगपांगी को चंपावत का प्रेक्षक बनाया गया है। वहीं डॉ. सरोज नैथानी व डॉ. अभिषेक त्रिपाठी को राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम की जिम्मेदारी दी गई है। वह ड्राई रन के संचालन में किसी भी प्रकार की कमीं या तकनीकी विसंगति के बारे में सूचना प्राप्त होने पर संबंधित जनपद को दिशा-निर्देश देंगे।