देहरादून। ह्यूमन राइट्स जनर्लिस्ट एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान अहमद ने मीडिया से वार्ता के दौरान कहा कि देश में महिलाओं के साथ अत्याचार एवं यौन उत्पीड़न की घटनाएं दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं। ऐसे में इन वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए सख्त कानून बनाए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि दुष्कर्म जैसे जघन्य अपराध को अंजाम देने वालों को कठोर सजा दी जानी चाहिए।
बलात्कार के आरोप में फंसे कथावाचक आसाराम को न्यायालय द्वारा दोषी करार देते हुए उम्र कैद की सजा सुनाएं जाने पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इमरान अहमद ने कोर्ट के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि न्यायालय के इस फैसले से जहां एक और बलात्कार की शिकार पीड़िता व उनके परिजनों को राहत पहुंची होगी तो वहीं कोर्ट के फैसले से उन लोगों को भी सबक मिला होगा जो लोग ऐसे घिनौने अपराध को करने के बारे में सोचते हैं।
उन्होंने कहा कि इसके साथ ही समाज में भी एक सकारात्मक संदेश गया है, जिसके तहत आम लोगों का अब न्यायपालिका के प्रति विश्वास और गहरा गया है। इमरान अहमद ने कहा कि जोधपुर न्यायालय का यह निर्णय एक संदेश है कि जुर्म करने वाला चाहे कितना ही बड़ा व्यक्ति क्यों ना हो लेकिन देर-सवेर उसे सजा जरूर मिलती है।
साथ ही उन्होंने इस लंबी लड़ाई को लड़ने के लिए पीड़िता एवं उसके परिजनों के साहस की सराहना की और उनके जज्बे को सलाम किया। उन्होंने कहा कि आसाराम जैसे ढोंगी बाबाओं और धर्म की आड़ में बलात्कार जैसे घिनौने अपराध को अंजाम देने वाले लोगों का अंजाम ऐसा ही होना चाहिए।