कमेटी की शनिवार देर सांय हुई बैठक में वायरस के नए स्वरूप को फैसले से रोकने के लिए तत्काल कड़े कदम उठाने को कहा है। एचएनबी चिकित्सा विवि के कुलपति प्रो हेमचंद्रा की अध्यक्ष में गठित इस कमेटी में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा सहित स्वास्थ्य के कई एक्सपर्ट शामिल है। एक्सपर्ट कमेटी के चेयरमैन प्रो हेमचंद्रा ने कमेटी की सिफारिशों की पुष्टि की है।
कोरोना के नए स्वरूप ओमीक्रॉन के बढ़ते खतरे को देखते हुए राज्य में सख्ती की सिफारिश की गई है। बॉर्डर पर बाहर से आने वालों की अनिवार्य जांच और शादी – समारोहों में लोगों की संख्या सीमित करने का सुझाव दिया गया है। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया गया है।
उन्होंने कहा कि नए वायरस को राज्य में प्रवेश से रोकने और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए तत्काल कड़े उपाय करने की जरूरत है। विदेश से आने वाले हर व्यक्ति की जांच और उन्हें क्वारंटीन किए जाने की भी सिफारिश की गई है। कमेटी की यह रिपोर्ट सरकार को दी गई है। जल्द इस पर अब सरकार की ओर से फैसला लिया जाना है।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ तृप्ति बहुगुणा ने रविवार को निदेशक गढ़वाल और निदेशक कुमाऊं के साथ ही सभी जिलों के मुख्य चिकित्सधिकारियों के साथ वीडियोकांफ्रेंसिंग की। इस दौरान उन्होंने वायरस के नए स्वरूप को फैलने से रोकने के लिए कड़े उपाय करने को कहा है। उन्होंने कहा कि सभी सीएमओ को बाहर से आए लोगों की कांट्रेक्ट ट्रेसिंग करने के साथ ही टेस्टिंग करने को कहा गया है। साथ ही सैंपलिंग बढ़ाने के भी निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही महानिदेशक ने सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं।
दक्षिण अफ्रीका से उत्तराखंड लौटे दस लोगों में से यूएस नगर जिले के छह लोगों की पहचान हो गई है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उनकी कोरोना जांच कराई गई जिसमें उन्हें नेगेटिव पाया गया है। हालांकि इसके बावजूद एक ही परिवार के इन छह लोगों को आईसोलेशन में रहने के निर्देश दिए गए हैं। फिलहाल इन लोगों को एक सप्ताह तक होम आईसोलेशन में रहने को कहा गया है। किसी भी तरह के लक्षण उभरने पर उनकी फिर से जांच की जाएगी। स्वास्थ्य महानिदेशक ने बताया कि बाहर से आने वाले सभी लोगों की जांच अनिवार्य करने को कहा गया है।