कोरोना के 416 नए मरीज मिलने से 11 हजार के पार हुए संक्रमित
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार गुरुवार को अल्मोडा में एक, बागेश्वर में नौ, चम्पावत में 16, देहरादून में 36, हरिद्वार में 107, नैनीताल में 15, पौड़ी में पांच, रुद्रप्रयाग में चार, टिहरी में 16, यूएस नगर में 192, उत्तरकाशी 15 में मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई।
राज्य में गुरुवार को कोरोना के 416 नए मरीज मिले। इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 11302 हो गई है। 327 मरीज इलाज के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए। जबकि तीन मरीजों की मौत हो गई। अभी तक मौत का कुल आंकड़ा 143 पहुंच गया है।
एम्स ऋषिकेश में भर्ती तीन मरीजों की मौत भी हुई। राज्य में अभी तक कुल 2 लाख 42 हजार सैंपलों की जांच हो चुकी है। जिसमें से 2 लाख 14 हजार नेगेटिव, 11302 पॉजिटिव जबकि 12 हजार से अधिक सैंपलों का रिजल्ट आना बाकी है।
विभिन्न अस्पतालों से गुरुवार को 327 मरीज डिस्चार्ज किए गए। जिससे अब कुल ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 7014 हो गई है। जबकि 4103 मरीजों का इलाज चल रहा है।
सबसे अधिक 2678 मरीज हरिद्वार जिले में हैं। जबकि देहरादून में 2272, यूएस नगर में 2176 मरीज हैं। हरिद्वार में एक्टिव मरीजों की संख्या 1253 हो गई है। राज्य में कोरोना संक्रमण को कम करने के लिए कुल 527 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं।
रिकार्ड सैंपल जांच के लिए भेजे
गुरुवार को पूरे राज्य से रिकार्ड सैंपल जांच के लिए भेजे गए। बुलेटिन के अनुसार 6491 सैंपल जांच के लिए भेजे गए जो एक दिन में अभी तक के सर्वाधिक हैं। हरिद्वार और यूएस नगर जिलों से एक हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं।
एक ही दिन में छह हजार से अधिक सैंपल भेजे जाने की वजह से बैकलॉग भी बढ़ गया है और 12044 सैंपल अभी जांच का इंतजार कर रहे हैं। राज्य में कोरोना संक्रमण की दर पांच प्रतिशत से अधिक हो गई है। कोरोना मरीज 23 दिन में दोगुना हो रहे हैं। जबकि मरीजों के ठीक होने की दर 62 प्रतिशत है।
नैनीताल जिले में सर्वाधिक संक्रमण दर
राज्य में कोरोना संक्रमण की दर नैनीताल जिले में सर्वाधिक आठ प्रतिशत के करीब है। जबकि रुद्रप्रयाग में संक्रमण दर सबसे कम एक प्रतिशत से कुछ अधिक है। इसके अलावा हरिद्वार में संक्रमण दर सात प्रतिशत, यूएस नगर में छह प्रतिशत, देहरादून में पांच प्रतिशत के करीब पहुंच गई है। आठ जिलों में संक्रमण दर तीन प्रतिशत से चीने है। जबकि राज्य की संक्रमण दर पांच प्रतिशत के कुछ अधिक है।