उत्तराखंड में नए साल के लिए टूरिस्ट स्पॉट्स पर कोरोना जांच अनिवार्य
मसूरी और नैनीताल आने वाले पयर्टकों की कोरोना जांच के हाईकोर्ट के आदेश के बाद पर्यटन कारोबारियों की निगाह प्रशासन के निर्णय पर टिक गई है। इधर, प्रशासन पहले ही जिले में प्रवेश करने वालों की बार्डर चेक पोस्ट पर चेकिंग कर रहा है।
कोरोनाकाल में पर्यटन नगरी मसूरी,नैनीताल, सहित अन्य टूरिस्ट स्पॉट्स में नए साल की तैयारियां शुरू हो गई हैं। मसूरी में होटलों में 20 से 40 फीसदी तक की बुकिंग भी आ गई हैं।
पर्यटक नगरी मसूरी में नए साल के लिए अधिकांश होटलों में 40 से 50 बुकिंग हैं, लेकिन बुधवार को हाईकोर्ट की ओर से आदेश जारी किया गया कि मसूरी और नैनीताल में बिना कोविड जांच के पर्यटक नहीं जा सकेंगे।
इसका असर यहां के पर्यटन पर पड़ेगा। बुधवार को भी मसूरी में 151 लोगों की कोरोना जांच की गई, जिसमें से दो लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं पुलिस प्रशासन द्वारा बिना मास्क के माल रोड सहित पर्यटक स्थलों पर घूमने वाले पर्यटकों और स्थानीय निवासियों के हर दिन चालान काटे जा रहे हैं।
प्रभारी निरीक्षक देवेंद्र असवाल ने बताया कि मसूरी में पुलिस द्वारा हर दिन बिना मास्क घूमने वालों के चालान किए जा रहे हैं। कोरोना के नोडल अधिकारी डॉ. प्रदीप राणा ने बताया कि मसूरी में हर दिन कोरोना जांच की जा रही है।
मसूरी में अभी तक 80 केस एक्टिव हैं। बुधवार को 151 लोगों की जांच की गई है जिसमें से दो लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। होटल एसोसिएशन की महासचिव संजय अग्रवाल ने बताया कि अभी तक नए साल को लेकर 20 प्रतिशत तक की बुकिंग है।
आगे कितनी बुकिंग आएंगी, इस बारे में कुछ कह नहीं सकते । उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट के आदेश की उन्हें जानकारी नहीं है। होटल विष्णु पैलेस के एमडी राम कुमार गोयल ने कहा कि अभी होटल में 40 फीसदी बुकिंग है।
25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक के लिए बुकिंग मिल रही है। उम्मीद है कि नए साल पर होटल पैक रहेगा। यदि हाईकोर्ट द्वारा आदेश जारी किया गया है तो इसका असर यहां के पर्यटन पर पड़ेगा।
होटल रमाडा के मैनेजर हर्षमणि सेमवाल ने बताया कि नए साल के लिए अभी तक 30 प्रतिशत बुकिंग आ चुकी हैं और लगातार बुकिंग आ रही है। उम्मीद है कि नए साल पर होटल पैक रहेगा।
नैनीताल हाईकोर्ट ने क्वारंटाइन सेंटरों को लेकर दायर याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए नैनीताल व मसूरी के प्रवेश द्वारों पर पर्यटकों की कारोना जांच के आदेश दिए हैं। कार्यवाहक मुख्य न्यायधीश रवि मलिमथ और रविन्द्र मैठाणी की बेंच ने नैनीताल और मसूरी में पर्यटकों की आवक को देखते हुए यह आदेश दिए।
सुनवाई के दौरान राज्य सरकार ने कहा कि कुंभ की तैयारियां 31 दिसंबर तक पूरी कर ली जाएंगी। कोर्ट ने इस संबंध में राज्य सरकार से शपथपत्र पेश करने को कहा है। मामले की अगली सुनवाई 23 दिसंबर को होगी। देहरादून निवासी अधिवक्ता दुष्यंत मैनाली और सच्चिदानंद डबराल की ओर से क्वारंटाइन सेंटर और कोविड अस्पतालों की बदहाली और उत्तराखंड लौट रहे प्रवासियों की मदद और बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए हाईकोर्ट में जनहित याचिकाएं दायर की गई हैं।