पानीपत। हरियाणा के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल परइस्तीफा पोस्ट किया है। दो दिन पहले तंवर ने हरियाणा कांग्रेस की सभी चुनाव समितियोंसे इस्तीफा दे दिया था। वे विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन को लेकर नाराज हैं और टिकट वितरण में खरीद-फरोख्त का आरोप लगा चुके हैं।
उनका आरोप है कि कांग्रेस को एक आदमी ने हाईजैक कर लिया है। हरियाणा कांग्रेस अब हुड्डा कांग्रेस बन चुकी है। हरियाणा में विधानसभा के लिए 21 अक्टूबर को मतदान होना है, नतीजे 24 तारीख को आएंगे।
तंवर ने कहा था कि उन्होंने उम्मीदवार चयन के लिए 13 सुझाव भेजे थे। इसमें पिछड़े, मुस्लिम और सिखों को सही अनुपात में टिकट देने के लिए कहा था। इसके अलावा कर्मचारी नेता और ट्रेड यूनियन के किसी प्रतिनिधि को टिकट देने की मांग की थी। जेजेपी और इनेलो से आए नेताओं को टिकट न देने जैसे सुझाव थे। लेकिन टिकट वितरण में उनकी इन बातों को नहीं माना गया।
पत्र में लिखा था कि ये विषय उन्होंने अपने वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के सामने उठाए थे। लेकिन एक धड़ा कांग्रेस की 134 साल पुरानी विरासत को खत्म करना चाहता है। उन्हें लगता है कि कांग्रेस को एक आदमी ने हाईजैक कर लिया। हरियाणा कांग्रेस अब हुड्डा कांग्रेस बन गई है। उन्होंने दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर समर्थकों के साथधरना भी दिया था।