जिन जिलों में स्थिति में सुधार होगा, उनमें चरणबद्ध तरीके से रियायतें दी जाएंगी
सीएम ने कहा कि दूसरी लहर का किसी को ऐसा आभास नहीं था, इसलिए सरकार ने अब तीसरी लहर को देखते हुए अस्पतालों में पुख्ता बंदोबस्त किए हैं। सभी जिला अस्पतालों में बच्चों के लिए अलग से वार्ड बनाए हैं। ऑक्सीजन से लेकर बेड तक हर तरह की सुविधाएं इस दौरान अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों में जुटाई गईं। यहां तक बच्चों के एक-एक अभिभावक को रहने के लिए अलग से व्यवस्था की गई है। अस्पतालों के समीप के होटलों के साथ ही जीएमवीएन व केएमवीएन के रेस्ट हाउस में अभिभावकों के ठहरने की व्यवस्था की जा रही है।
राज्य के जिन जिलों में कोरोना संक्रमण की दर घटेगी, सरकार उन्हें कोविड कर्फ्यू में ढील देने विचार कर रही है। वहीं, चारधाम में रहने वाले साधु-संतों को जल्द दर्शन की अनुमति मिल सकती है। सीएम तीरथ रावत ने कहा कि, संक्रमण में गिरावट आने के बाद आठ जून तक कर्फ्यू में थोड़ा-बहुत शिथिलता दी गई है। क्या सरकार पांचवें चरण के कोविड कर्फ्यू में कुछ और रियायतें देगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में स्थिति में सुधार होगा, उनमें चरणबद्ध तरीके से रियायतें दी जाएंगी। हालांकि, यह तब की स्थितियों पर निर्भर करेगा।
दिसंबर तक सभी का वैक्सीनेशन
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर तक राज्य में सभी का वैक्सीनेशन कर दिया जाएगा। 45 प्लस के वैक्सीनेशन में उत्तराखंड की देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर स्थिति है। 18 प्लस से 44 आयु वर्ग के लिए वैक्सीन को निविदा डाली थी, लेकिन इसमें कोई कंपनी नहीं आई। यह पूछे जाने पर कि सरकार के ऐलान के बावजूद निजी अस्पतालों में नौ सौ से 11 सौ रुपये में वैक्सीन लग रही है। सीएम ने कहा कि लोग जल्दबाजी कर रहे हैं। सरकार इस आयु वर्ग के सभी लोगों को मुफ्त वैक्सीन लगाएगी।