मुख्यमंत्री ने उनसे मिलने आए फरियादियों को आश्वस्त किया कि समस्याओं का शत-प्रतिशत समाधान किया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने व्यवस्था दी है कि बुधवार और गुरुवार को मुख्यमंत्री के अलावा सरकार के मंत्री विधानसभा स्थित कार्यालयों में बैठकर जनता से रूबरू होंगे। पिछले हफ्ते से यह व्यवस्था शुरू की गई है।
विधानसभा भवन में खूब रौनक रही। यह स्वाभाविक था, क्योंकि मुख्यमंत्री के साथ ही सरकार के मंत्रियों के दरवाजे आमजन के लिए सुलभ थे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के अलावा कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, अरविंद पांडेय व सतपाल महाराज और राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने अपने-अपने कार्यालयों में जनता की समस्याएं सुनीं।
इसके चलते विधानसभा में सुबह से ही काफी चहल-पहल रही। काफी संख्या में देहरादून समेत प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से फरियादी अपनी फरियाद लेकर पहुंचे थे। साथ ही विभिन्न विभागों के अफसर भी विधानसभा में मौजूद थे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने विधानसभा स्थित अपने कार्यालय में न सिर्फ लोगों से मुलाकात की, बल्कि उनकी समस्याएं भी सुनीं। उन्होंने समस्याओं के त्वरित निस्तारण के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने अधिकारियों को ये निर्देश भी दिए कि वे जनता की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनें और तेजी से इनका निस्तारण कराएं।
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक तो देर तक अपने कार्यालय में डटे रहे। इस दरम्यान उन्होंने जनता की समस्याएं सुनीं तो सरकारी कामकाज भी निबटाया। कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज व अरविंद पांडेय और राज्यमंत्री रेखा आर्य ने भी अपने- अपने कार्यालयों में लोगों की समस्याएं सुनीं।
चार मंत्री नहीं पहुंचे
कैबिनेट मंत्री डॉ.हरक सिंह रावत, यशपाल आर्य व सुबोध उनियाल और राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.धन सिंह रावत बुधवार को विधानसभा स्थित कार्यालय में नहीं पहुंचे। बताया गया कि तीनों ही अलग-अलग कार्यक्रमों में देहरादून से बाहर हैं।