उत्तराखंड सरकार ने चारों धामों में श्रद्धालुओं की सहूलियत को वीवीआईपी और विशिष्ट दर्शन की सेवा खत्म कर दी। पुष्कर सिंह धामी ने मीडिया से वार्ता में यह ऐलान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का सिर्फ एक मात्र मकसद है कि तीर्थयात्रियों की यात्रा अच्छी, सरल एवं सुगम हो। इसके लिए ठोस प्रयास किए गए हैं।
चारधाम में अब तक वीवीआईपी अलग से दर्शन करते थे, जिस कारण आम श्रद्धालुओं के सामने दिक्कतें आती थीं। लाइनों में देर तक खड़े होने के बावजूद दर्शन के लिए उन्हें जूझना पड़ता है। यह व्यवस्था बिल्कुल भी उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि भगवान के दर्शन के लिए आम श्रद्धालु से लेकर वीवीआईपी को अब एक ही लाइन पर लगना होगा। सभी के लिए एक समान व्यवस्था कर दी गई है।
धामी ने कहा, चारधाम यात्रा हमारे लिए चुनौतीपूर्ण अवश्य है लेकिन सरकार की तरफ से इसे सुव्यवस्थित करने को हर कदम उठाए जा रहे हैं। बीते दो वर्षों में कोविड संक्रमण के चलते यात्रा नहीं हो पाई थी। ऐसे में इस बार चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ गई है।
स्वस्थ होने पर ही करें यात्रा
धामी ने यात्रियों से स्वस्थ होने पर ही यात्रा करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यात्रा पर आने वाले हर व्यक्ति पहले स्वास्थ्य चेक करा लें। स्वस्थ न हों तो यात्रा से परहेज करें। विदित है कि चारधाम यात्रा में अब तक 29 लोग विभिन्न वजहों से दम तोड़ चुके हैं। तीन मई से गंगोत्री और यमुनोत्री के कपाट खुलने के बाद शुरू हुई यात्रा के बाद से अब तक तीन लाख से ज्यादा श्रद्धालु चारधाम दर्शन कर चुके हैं।