मुहर्रम पर हिन्दुओ के घर में मातम क्यों…
नई दिल्ली। ममता के राज में ‘सोनार बांग्ला बर्बाद बांग्ला ‘बन गया है| वामपंथियों के राज में हिन्दुओं की दुर्दशा तो होती थी, परन्तु ममता ने मुस्लिम तुष्टिकरण के लिए वे सब अत्याचार किये है जो कभी मुस्लिम अक्रान्ताओ के राज में भी नहीं किये गए थे| इस वर्ष माता दुर्गा पूजा पर अभूतपूर्व प्रतिबन्ध लगाये गए थे| मा. उच्च न्यायलय के हस्तक्षेप के कारण हिन्दू समाज ने चैन की साँस ली थी| परन्तु, मुस्लिम पर्सनल बोर्ड के द्वारा भड़काए गए जेहादियों ने मुस्लिम बहुल क्षेत्रो में हिंसा का अभूतपूर्व तांडव किया| विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय संयुक्त महा मंत्री डॉ सुरेंद्र जैन ने आज एक बयान जारी कर यह भी कहा कि बंगाल के पचासियों स्थानों पर माता दुर्गा के पूजा पंडालो में गौमांस फेका गया, प्रतिमाओं को खंडित किया गया, हिन्दू मंदिरों को तोडा गया, हिन्दू महिलाओ का शील भंग किया गया, मकानों और दुकानों पर हमले करके उन्हें लुटा गया, बाद में उन्हें जला दिया गया और हिन्दुओ पर जानलेवा हमले किये गए| बांग्ला देश की सरकार अपने यहाँ हिन्दुओं पर होने वाले अत्याचारों को रोकने का दिखावा तो कर रही है परन्तु अपने ही देश की बंगाल सरकार इन जेहादियों को संरक्षण दे रही है| इसी कारण वहां की पुलिस जेहादियों को रोकने की जगह पीड़ित हिन्दुओं पर ही मामले दर्ज कर रही है|
बंगाल में पहले भी कई जगह हिन्दू समाज दुर्गा पूजा नहीं कर पता था| परन्तु इस बार सब सीमाएं पार हो गयी| बंगाल के पचासियों स्थानों पर हिन्दूओं पर अभूतपूर्व अत्याचार हुए है| मालदा जिले के कालिग्राम, खराबा, रिशिपारा, चांचल; मुर्शिदाबाद के तालतली, घोसपारा, जालंगी, हुगली के उर्दिपारा, चंदननगर, तेलानिपारा, उर्दिबाजार; नार्थ २४ परगना के हाजीनगर, नैहाटी; प. मिदनापुर गोलाबाजार, खरकपुर, पूर्व मिदनापुर के कालाबेरिया, भगवानपुर, बर्दवान के हथखोला, बल्लव्पुर्घाट, कतोआ; हावड़ा के सकरैल, अन्दुलन, आरगोरी, मानिकपुर, वीरभूम के कान्करताला तथा नादिया के हाजीनगर आदि पचासियों स्थानों पर हिन्दुओ पर अमानवीय अत्याचार किये गए| कई स्थानों पर तो ११ अक्तूबर से शुरू हुई हिंसा आज भी नहीं रुक पा रही है|
ममता बनर्जी सहित सेक्युलर माफिया के सभी सदस्यों से विहिप की अपील है कि वे जेहादी तुष्टिकरण की आग को न भड़काये| न ही उससे खेलने का दुस्साहस करे| यह केवल हिन्दू समाज और भारत को ही नष्ट करके संतुष्ट नहीं होगी, यह बाद में उनको भी नहीं छोड़ेगी| ममता जी को स्मरण होगा कि कोलकाता के एक मौलवी ने मांगे पूरी न होने पर उन्हें कैसे धमकाया था| अभी कालिग्राम और चांचल में हिंसा को रोकने वाले पुलिस वालोँ और जिलाधीश को किस प्रकार पीटा गया और पुलिस स्टेशन को लूट लिया गया, इनकी मानसिकता का जीता जगाता उदहारण है|
इसी तरह का दृश्य बिहार में भी दिखाई दे रहा है| चंपारण के पुरकालिया, रक्सौल, सुगौली, किशनगंज, मधेपूरा, गोपालगंज, पिरो [आरा ], मिल्की, भागलपुर गाँव, औरंगाबाद के वरुण, खोगीय व पटना के बस्तियारपुर जैसे बीसियों गावों में इसी प्रकार के अत्याचार हो रहे है व दुर्गा माता की पूजा बाधित की गयी है| नितीश का ‘सुशासन ‘ आज हिन्दुओ के लिए दुशासन बन गया है| आज भी वहां कई स्थानों पर जेहादी आग ठंडी नहीं हुई है| जेहादियों पर कार्यवाही करने में अक्षम नितीश सरकार पीड़ित हिन्दुओ पर ही झूठे मामले दर्ज कर खानापूर्ति कर रही है|
बंगाल के प्रमुख संगठन महामहिम राज्यपाल से मिलकर अपनी वेदना व्यक्त कर चुके हैं| महामहिम राज्यपाल को दिए गए प्रतिवेदन की प्रति संलग्न है. बिहार के लोग भी जाने वाले है| इसके पश्चात् सभी जिलाधीशो से मिला जायेगा | अब बहुत हो चुका| कृपया हिन्दुओ के धैर्य की परीक्षा न ले| यदि सेक्युलर सरकारे अपने संवैधानिक कर्तव्यो को पूरा नहीं करेगी तो हिन्दू को अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए स्वयम खड़ा होना पड़ेगा |
कल कर्नाटक में एक हिन्दू कार्यकर्ता की दिन दहाड़े हत्या ने भी देश को स्तब्ध कर साबित करने की कोशिश की है कि वे पूरी तरह से बेख़ौफ़ हैं.
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