बीजिंग। भारत ने सोमवार को कहा कि वह अफगानिस्तान में चीन के साथ और अधिक संयुक्त परियोजनाएं संचालित करना चाहेगा जबकि दोनों देशों द्वारा संयुक्त रूप से प्रशिक्षित 10 अफगान राजनयिकों के पहले जत्थे ने नयी दिल्ली में प्रशिक्षण के बाद यहां प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। नयी दिल्ली में 15 से 26 अक्टूबर तक प्रशिक्षण पाने वाले अफगान राजनयिकों ने सोमवार को चाइना फॉरेन अफेयर्स यूनिवर्सिटी में 10 दिवसीय प्रशिक्षण शुरू किया।
अफगानिस्तान में भारत और चीन द्वारा संचालित किया जा रहा यह पहला संयुक्त कार्यक्रम है। इसके लिए इस साल अप्रैल में चीन के वुहान शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अनौपचारिक शिखरवार्ता में सहमति बनी थी। चीन के प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए बीजिंग में भारत के उप राजदूत एक्विनो विमल ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि आने वाले महीनों में हम और अधिक परियोजनाएं चिह्नित करेंगे जिन्हें भारत और चीन की सरकारें अफगानिस्तान के भले के लिए संचालित कर सकती हैं, जिसकी इच्छा अफगानिस्तान की सरकार और जनता ने व्यक्त की है।’’