देहरादून में जहां डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, वहीं बच्चों पर संक्रामक बीमारी एचएफएमडी ने हमला बोल दिया है। इस बीमारी में बच्चों को बुखार एवं शरीर दर्द के साथ हाथ, मुंह, पैरों में दाने, छाले और फफोले पड़ रहे हैं। सरकारी और निजी अस्पतालों में रोजाना इस तरह के मरीज आ रहे हैं।
दून अस्पताल के वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अशोक कुमार और डॉ. राजन मोहन ने बताया कि यह संक्रामक बीमारी छह से कम उम्र वाले बच्चों को यह ज्यादा होती है। दून अस्पताल में ही रोज पांच-सात बच्चे ऐसे आ रहे हैं। निजी अस्पतालों में भी मामले बढ़े हैं।
रायपुर अस्पताल में वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रताप रावत का कहना है कि इस बीमारी में तेज बुखार आना, खाना खाने में दिक्कत, मुंह के बाहर-भीतर दाने या छाले होने लगते हैं। हाथ और पैरों पर फफोलेदार दाने भी आने लग जाते हैं। गले में दर्द की शिकायत भी होती है।
डॉक्टर को दिखाएं और बच्चे को घर पर ही रखें
दून अस्पताल के डीएमएस एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. एनएस खत्री, विशेषज्ञ डॉ. विशाल कौशिक ने बताया कि यदि किसी बच्चे को लक्षण दिखाई दें तो डॉक्टर से परामर्श लें। स्कूल भेजना बंद कर दें। क्योंकि, यह बीमारी दूसरे बच्चों में फैल सकती है। एक बच्चे से 10 बच्चे संक्रमित हो सकते हैं। इसलिए, किसी बच्चे को दिक्कत है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाकर उसे घर पर ही रखें। छह-सात दिन के उपचार से बच्चा ठीक हो जाएगा। विशेषज्ञ डॉ. तन्वी सिंह ने बताया कि इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बच्चों को पीने में तरल पदार्थ और खाने में फल दें।