मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का महिला दिवस पर आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को तोहफा
सोमवार को गैरसैंण के किसान मेला मैदान में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को वर्चुअल माध्यम से संबोधित किया। पहले इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री को स्वयं आना था, लेकिन खराब मौसम के चलते हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पाया। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाज एवं प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए महिलाओं का सशक्त होना जरूरी है। कहा कि 18 मार्च को राज्य सरकार के चार साल पूर्ण हो रहे हैं। इस दौरान राज्य में महिलाओं को पैतृक सम्पति में सह खातेदार बनाने का अधिकार दिया गया है। भविष्य में इसके काफी सकारात्मक परिणाम आएंगे।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं के साथ ही महिला मंगल दलों को सौगात दी। उन्होंने घोषणा की कि कोरोना काल में सेवा देने वाली आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ताओं को 10-10 हजार और महिला मंगलदलों को 15 हजार रुपये की धनराशि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार विभिन्न योजनाओं के जरिये महिला सशक्तीकरण की दिशा में लगातार काम कर रही है।
कार्यक्रम में सहकारिता राज्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने राजकीय पालीटेक्निक गैरसैंण में रोजगार, उद्यमिता विकास व नवाचार (सेंटर आफ एक्सीलेंस इन इम्पलाइमेंट) का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि सेंटर आफ एक्सीलेंस के माध्यम से राज्य सरकार का प्रयास उद्यमिता को बढ़ावा देना व स्थानीय उत्पादों में वेल्यू एडिशन कर उन्हें बाजार उपलब्ध कराना है। जिससे युवा स्थानीय स्तर पर ही उद्यम स्थापित कर सके। कहा कि यह केंद्र पलायन को रोकने में अहम भूमिका निभाएगा। कार्यक्रम में पं. दीनदयाल किसान कल्याण योजना के अन्तर्गत प्रदेश में महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए वृहद ब्याज मुक्त ऋण वितरण कार्यक्रम की शुरुआत की गई।
इस अवसर पर जिले के 156 स्वंय सहायता समूहों को पांच करोड़ 27 लाख का ब्याज मुक्त ऋण वितरण किया गया। इस अवसर पर महिला आयोग अध्यक्ष विजया बर्थवाल, विधायक महेंद्र भट्ट व मुन्नी देवी शाह, जिला अधिकारी स्वाति एस भदौरिया, परियोजना निदेशक कौशल विकास डॉ.आर राजेश कुमार, भाजपा जिलाध्यक्ष रघुवीर बिष्ट और पूर्व विधायक अनिल नौटियाल उपस्थित थे।