मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि उत्तराखंड में पहला मरीज 15 मार्च को मिला था, और इसके बाद ही राज्य सरकार ने अपने स्कूल-कॉलेज बंद करने का निर्णय लिया। माननीय प्रधानमंत्री ने जनता कर्फ्यू की बात कही और लाकडाउन पूरे देश में लागू किया तब से आज तक एक महीना एक दिन हो गया है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि मैं सर्वप्रथम प्रदेशवासियों का धन्यवाद देना चाहूंगा जिस संयम अनुशासन से उन्होंने सहयोग दिया उसी का परिणाम रहा कि उत्तराखंड आज कोरोना की रोकथाम में देश में तीसरे नंबर पर है। अभी तक 47 पॉजिटिव केस राज्य में आए हैं जिनमें से 24 ठीक हो गए हैं। इस गति को रोक पाने में हम तभी सफल हो पाए हैं जब आप सभी ने सहयोग दिया है। डॉक्टरों व प्रशासनिक तंत्र ने इस में अग्रणी भूमिका निभाई है, पुलिस, सामाजिक संगठनों एवं आम जनों की भूमिका रही है उसी का परिणाम है कि आज हम बेहतर स्थिति में है। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि बहुत जल्द हम कोरोना मुक्त राज्य में शामिल हो जाएंगे, आप लोगों का सहयोग मिलता रहे। 3 मई तक प्रधानमंत्री ने लाकडाउन की घोषणा की है उसमें हम इसी तरह से पूरे संयम के साथ आगे भी सहयोग देते रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अंतर्गत आमजन को हर सम्भव सहायता पहुंचाने की कोशिश की गई है। जीवन के लिए आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं की कोई कमी नहीं आने दी गई है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य में कोरोना को नियंत्रित रखने में महत्वपूर्ण सहयोग देने के लिये प्रदेशवासियों को धन्यवाद दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी कोरोना वारियर्स पूरी निष्ठा के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। प्रदेशवासियों ने भी दृढ़ इच्छाशक्ति और अनुशासन का परिचय देते हुए सरकार का सहयोग किया है। उसी का परिणाम है कि हम राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ने की दर को काफी कम रखने में सफल रहे हैं। आमजन का इसी प्रकार साथ मिलता रहा तो कोरोना के खिलाफ लम्बी लङाई में अवश्य जीतेंगे।