मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौधा रोपण कर शुरू किया अभियान, आज रोपे जाएंगे 10 लाख पौधे

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पौधा रोपण कर शुरू किया अभियान

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने प्रदेशवासियों से आह्वान किया है कि वे आज हरेला पर्व से जुड़ें और एक पौधा अवश्य लगाएं। उन्होंने हरेला पर्व के महत्व और उससे जुड़ने की अपील को लेकर एक वीडियो संदेश भी साझा किया। यह वीडियो सोशल मीडिया पर जारी हुआ।

हरियाली के पर्व हरेला के मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने आज पौध रोपण कर अभियान की शुरूआत की। राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने राजभवन और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने आवास से हरेला अभियान की शुरुआत की। पहले मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर पौधा लगाया। इसके बाद नालापानी क्षेत्र में पौध रोपण किया।

इस संदेश में उन्होंने कहा कि हरेला परंपरागत पर्व है। यह हमारे संस्कार, परंपरा और पर्यावरण के प्रति हमारे दायित्व को दर्शाता है। हरियाली के महत्व को हर कोई समझता है। उन्होंने कहा कि प्रकृति के चक्र को मजबूत बनाने, जल, जमीन जंगल, स्वास्थ्य को बचाने के लिए हम पेड़ों का महत्व समझते हैं। इसलिए हमारे बुजुर्गों ने ऐसे पर्व मनाने की परंपरा शुरू की थी।

हरेला पर संकल्प लें, एक पौधा जरूर लगाना है। अपने घरों में भी पौधों लगा सकते हैं

हरेला पर्व पर आज वन विभाग करीब 7.5 लाख पौधे लगाएगा। जबकि करीब 2.5 लाख पौधे उद्यान विभाग की ओर से लगाए जाएंगे। बृहस्पतिवार से शुरू होकर यह अभियान 15 अगस्त तक चलेगा। आज कितने पौधे लगाए गए इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

पौधारोपण पर कोविड का असर

 कोविड संक्रमण को देखते हुए वन विभाग ने इस बार अलग से निर्देश जारी किए हैं। पौधे लगाने वालों से कहा गया है कि पौधरोपण के लिए 50 से ज्यादा लोग इकट्ठे न हों। मास्क और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। पौधों को छोटे-छोटे समूहों में लगाया जाए।

फ्री में मिलेगा पौधा, बताना होगा बचाओगे कैसे

हरेला पर पौधे लगाने के लिए वन विभाग फ्री में पौधे देगा, लेकिन यह भी बताना होगा कि इन पौधों की सुरक्षा कैसे की जाएगी। प्रमुख वन संरक्षक के मुताबिक सरकारी दफ्तरों, स्कूल परिसर आदि में पौधे लगाए जा सकते हैं क्योंकि यहां सुरक्षा के उपाय पहले से होते हैं लेकिन अगर कोई खुले में पौध लगा रहा है तो पहले उसे बताना होगा कि पौधों को बचाने के लिए क्या किया।

हरेला अभियान के तहत 2.5 करोड़ पौधे लगेंगे

हरेला अभियान के तहत इस बार 15 अगस्त तक करीब ढाई करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य तय किया गया है। प्रमुख वन संरक्षक जयराज के मुताबिक वन विभाग ने छह जुलाई को आयोजित वन महोत्सव से ही पौधे लगाने का अभियान शुरू कर दिया था। अब 15 अगस्त तक प्रदेश में करीब ढाई करोड़ पौधे लगाए जाएंगे। वन विभाग के अतिरिक्त स्वयंसेवी संस्थाएं, गैर सरकारी संगठन और अन्य लोग भी पौधे लगा रहे हैं।

मनरेगा में लगाए जाएंगे 11 लाख पौधे

हरेला अभियान के तहत 15 अगस्त तक मनरेगा के तहत करीब 11 लाख पौधे लगाए जाएंगे। मनरेगा के परियोजना अधिकारी मो. असलम के मुताबिक मनरेगा के तहत पौध लगाने की शुरुआत की जा चुकी है। कोशिश है कि हरेला पर्व पर अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं। यह अभियान पूरे मानसून जारी रहेगा और इसमें 11 लाख पौध लगाई जाएंगी।

अब ड्रोन से भी सर्वे, जीपीएस टैगिंग भी 

मुख्य वन संरक्षक पराग मधुकर धमकाते के मुताबिक अब लगाए गए पौधों का सर्वे ड्रोन से भी करने का फैसला किया गया है। इसका फायदा यह है कि उन स्थानों तक भी पहुंच हो सकती है जहां निरीक्षण करने के लिए जाना संभव नहीं हो पाता। इसके साथ ही प्लांटेशन की जीपीएस टेगिंग भी कई जगह की जा रही है। कोशिश है कि अधिक से अधिक पौधों को बचाया जा सके।

देहरादून में बनेगा रिकॉर्ड

हरेला पर्व पर आज रिकॉर्ड बनेगा। जिले में एक घंटे में 2.75 लाख पौधे रोपे जाएंगे। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत रायपुर के अस्थल गांव में बरगद का पौधा लगाकर अभियान की शुरुआत कर दी है।अभियान के तहत पूरे जिले में सुबह 9 से 10 बजे तक पौधे रोपे गए।

हरेला पर्व पर जिला प्रशासन ने इस साल फिर से बड़ा अभियान चलाएगा। दो साल पहले हरेला पर्व पर 22 जुलाई 2018 को रिस्पना से ऋषिपर्णा अभियान के तहत दो लाख पौधे लगाए गए थे। इस बार कोरोना काल के बावजूद एक घंटे में 2.75 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया था। आज कितने पौधे लगाए गए इसकी जानकारी अभी नहीं मिल पाई है।

जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव कोरोना के निर्देश पर सीडीओ नितिका खंडेलवाल समेत अन्य अधिकारी अभियान को सफल बनाने में जुट गए। इसके लिए उनके द्वारा नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के साथ ही वन विभाग, उद्यान विभाग, मनरेगा, एमडीडीए आदि को जिम्मेदारी भी सौंपी जा चुकी है।

खोदे जा चुके हैं 3 लाख गड्ढे

हरेला पर्व पर बृहस्पतिवार को भले ही 2.75 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया, लेकिन जिला प्रशासन की जो तैयारियां हैं, उसे देखते हुए यह आंकड़ा तीन लाख या इससे अधिक भी हो सकता है। प्रशासन अभियान को लेकर पूरी तरह से तैयार रहा। यही वजह है कि बीते दो दिन के भीतर पौधरोपण के लिए 2.80 लाख से अधिक गड्ढे खोद दिए गए। बुधवार की शाम तक सभी जगहों पर पौधे भी पहुंचा दिए गए। साथ ही सभी एसडीएम और खंड विकास अधिकारियों को भी जिलाधिकारी की ओर से निर्देश दिए गए।

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