मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून राजधानी है और गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी
मुख्यमंत्री आवास में पत्रकारों से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि गैरसैंण क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा, पानी, बिजली, सीवरेज जैसी तमाम व्यवस्थाएं भी की जानी हैं। वहां अच्छे विद्यालय, खेल मैदान, मनोरंजन के संसाधनों के विकास समेत अन्य कार्यों के लिए 25 हजार करोड़ रुपये की घोषणा की गई है। इन कार्यों के लिए भूमि की उपलब्धता कराने पर खास फोकस किया गया है। इसके साथ ही बेहतर कनेक्टिविटी पर ध्यान दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि देहरादून राजधानी है और गैरसैंण ग्रीष्मकालीन राजधानी। गैरसैंण में हमें समानांतर व्यवस्थाएं करनी हैं। इसी दृष्टि से अगले 10 वर्षों में वहां विभिन्न अवस्थापना सुविधाओं के विकास की योजनाएं बनाने के मद्देनजर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर दी गई है। गैरसैंण के विकास को राज्य सरकार तो खर्च करेगी ही, कुछ निजी निवेशक भी वहां आएंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गैरसैंण में दिवालीखाल से भराड़ीसैंण स्थित विधानसभा परिसर को जोड़ने वाली सड़क को डबल लेन करने के लिए नौ करोड़ रुपये मुहैया कराए गए हैं। इसके अलावा भराड़ीसैंण में हेलीपैड के लिए टेंडर हो चुके हैं। इस हेलीपैड में चार हेलीकॉप्टरों के एक साथ उतरने की व्यवस्था होगी।
मुख्यमंत्री ने त्योहारी सीजन को देखते हुए राज्यवासियों से अपील की कि वे घर से बाहर निकलने पर मास्क का उपयोग करें और भीड़-भाड़ से भी बचें। साथ ही दीपावली पर पटाखों का कम से कम इस्तेमाल करें। यह पर्यावरण के साथ ही स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद जरूरी है।