मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि साढ़े तीन साल में उनके खिलाफ कई षड्यंत्र किए गए पर सब विफल
सीएम का बयान ऐसे समय में आया है, जब हाईकोर्ट के सीबीआई जांच के आदेश पर शीर्ष कोर्ट रोक लगा चुका है। शुक्रवार को मीडिया से मुखातिब सीएम ने कहा कि हम भ्रष्टाचार के खिलाफ जैसे पहले दिन से अडिग थे, जब पांच साल होंगे, तब भी उसी तरह अडिग रहेंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने कहा कि, साढ़े तीन साल में उत्तराखंड में तमाम तरह के षड्यंत्र हुए। माफिया और भ्रष्टाचारी तत्व एकत्र होकर हमला करने का प्रयास कर रहे हैं। मगर, सरकार जिस नीति पर चल रही है, उस पर अडिग है और कोई भी हमें इस रास्ते से अलग नहीं कर सकता।
मुख्यमंत्री ने कहा, कोरोना काल में भी उन्होंने जनता के संपर्क में रहने का प्रयास किया। अब समस्या थोड़ी कम हुई तो प्रवास में तेजी लाई गई।
संगठन और राज्य सरकार के प्रतिनिधियों को जनता से संवाद बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। विभागीय कामों की रूटीन समीक्षा होती रहती है। मैं हर साल ऐसी समीक्षाएं जरूर करता हूं। ताकि, जो लक्ष्य दिए थे, वे पूरे हुए या नहीं, यह पता लगाया जा सके।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने पूर्व सीएम और कांग्रेस महासचिव हरीश रावत पर भी निशाना साधा। उन्होंने पूछा कि जब मुख्यमंत्री रहते आपका (हरीश रावत) स्टिंग हुआ, तब यह व्यक्ति ब्लैकमेलर और स्टिंगबाज था। आज उससे क्या दोस्ती हो गई? उसका भी तो रहस्य खोलें, उसे दबाए मत रखें। नहीं तो, आम जनता ही इसे खुद खोल देगी। काबिलेगौर है कि स्टिंग के चलते ही हरीश रावत समेत पूरी कांग्रेस को चुनाव में नुकसान झेलना पड़ा था।