देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण का प्रमाण दिखाने पर चारधाम यात्रा की मिलेगी अनुमति
कोविड प्रतिबंध की संशोधित गाइडलाइन के अनुसार चारधाम यात्रा के लिए संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग की एसओपी का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा। हालांकि, गाइडलाइन में एक जगह उल्लेख है कि स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण के दौरान बनने वाले ई-पास से ही श्रद्धालुओं को राज्य में प्रवेश की अनुमति होगी। इसे लेकर गफलत की स्थिति भी उत्पन्न हो रही है, क्योंकि संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग के साथ ही चारधाम देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की एसओपी में साफ है कि यात्रा के लिए श्रद्धालुओं को केवल स्मार्ट सिटी पोर्टल पर पंजीकरण कराना है। इसके लिए उन्हें कोविड वैक्सीनेशन का प्रमाणपत्र अथवा यात्रा से 72 घंटे पहले तक की कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट अपलोड करनी है।
चारधाम यात्रा के लिए ई-पास की बाध्यता खत्म कर दी गई है। यात्रियों को केवल देहरादून स्मार्ट सिटी पोर्टल पर ही पंजीकरण कराना है। संस्कृति एवं धर्मस्व विभाग की ओर से इस संबंध में बीते रोज जारी मानक प्रचालन कार्यविधि (एसओपी) को अब राज्य में लागू कोविड प्रतिबंध की गाइडलाइन में शामिल कर लिया गया है। इसके लिए कोविड प्रतिबंध के सिलसिले में चार अक्टूबर को जारी गाइडलाइन में बुधवार को संशोधन कर दिया गया।
संपर्क करने पर सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन ने साफ किया कि ई-पास त्रुटिवश अंकित हो गया है। यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल में पंजीकरण का प्रमाण दिखाने पर यात्रा की अनुमति होगी। ई-पास शब्द को गाइडलाइन से हटाया जाएगा।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से पर्वतारोही जितेंद्र प्रताप, महेंद्र प्रताप और गोविंद नंद ने भेंट की। मुख्यमंत्री ने उनके प्रयासों की सराहना करते हुए सामाजिक जन जागरूकता के प्रति उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सफलता के लिए शुभकामनाए दीं। बुधवार को मुख्यमंत्री आवास स्थित कैंप कार्यालय में हुई मुलाकात के दौरान पर्वतारोहियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने तथा अनेक देशों की पैदल यात्रा के बाद वे उत्तर प्रदेश से उत्तराखंड आए हैं। वे अपनी यात्रा के दौरान आमजन तक सड़क सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण, बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ तथा स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का संदेश पहुंचाने का प्रयास कर रहे हैं।