देहरादून। चाचा को दो लाख रुपये से अधिक का चूना लगाने वाले भतीजे को नाटकीय ढंग से एक अन्य युवक के साथ गिरफ्तार कर लिया गया। दरअसल, जब चाचा को खाते से दो लाख से अधिक की निकासी का पता चला तो वह सोमवार को जानकारी लेने बैंक पहुंच गए। इसी दौरान एक युवक भी उनका चेक लेकर रुपये निकालने पंहुच गया। जिसके बाद चाचा ने पुलिस और बैंक कर्मियों की मदद से भतीजे और उक्त युवक को धर लिया।
जानकारी के मुताबिक राज सिंह निवासी इंदिरानगर कॉलोनी ने 23 जून को अपने खाते से दस हजार रुपये निकाले। उनके खाते में चार लाख रुपये की राशि थी, लेकिन दस हजार रुपये निकालने के बाद उनके खाते में मात्र 1,58,000 रुपये बकाया बताए गए। जब उन्होंने बैंक से मिनी स्टेटमेंट निकाला तो पता चला कि उनके खाते से चेकों के माध्यम से 2,30,000 रुपये धनराशि निकाली गई है।
वह बैंक से जानकारी ले ही रहे थे, इसी दौरान एक युवक उनका चेक लेकर बैंक पहुंच गया। जिसे बैंक कर्मियों द्वारा पकड़ लिया गया। बैंक कर्मियों ने जब युवक से पूछताछ की तो उसने अपना नाम लोकेश्वर पुत्र सत्यवीर निवासी देवबंद उत्तर प्रदेश बताया। कहा कि अंकुर पुत्र जय सिंह निवासी बहादराबाद ने उसे ये चेक बैंक से पैसे निकालने के लिए दिया है। जिस पर पीड़ित राज सिंह दंग रह गया, क्योंकि अंकुर उसका भतीजा है। इसके बाद पुलिस ने अंकुर को आइएसबीटी के पास से गिरफ्तार कर लिया।
अंकुर ने बताया कि उसके पिता पिछले माह महंत इंदिरेश अस्पताल में भर्ती थे, इसी दौरान वह चाचा राज सिंह के घर पर रुका था। उसने उनकी चेकबुक के 16 चेक चोरी कर लिए। पांच चेकों के माध्यम से उसने नीरज पुत्र प्रदीप निवासी मीरपुर हरिद्वार, पारस पुत्र नामालूम निवासी टिहरी विस्थापित कॉलोनी व लोकेश्वर पुत्र सत्यवीर निवासी देवबंद की मदद से फर्जी हस्ताक्षर कर 2,30,000 रुपये बैंक से निकाल लिए।