कुंभ श्रद्धालुओं को बुलाने के लिए प्रचार शुरू, कोविड रिपोर्ट की अनिवार्यता खत्म
कुंभ देश को सांस्कृतिक, धार्मिक रूप से एकता के सूत्र में पिरोता है। कुंभ एक ईश्वरीय निमंत्रण है। इसे स्वीकार कर बड़ी संख्या में श्रद्धालु कुंभ में पहुंचते हैं। प्रदेश सरकार ने कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं को कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का कड़ाई से पालन करते हुए आटीपीसीआर जांच की नेगेटिव रिपोर्ट में शिथिलता प्रदान की है। कुंभ स्नान में आने वाले श्रद्धालु बिना किसी असुविधा के सुखद संदेश लेकर जाएं, यह हम सबका दायित्व है। अभियान के तहत उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से राज्य के साथ ही दिल्ली में जंतर-मंतर रोड, सीपी पालिका बाजार, जनपथ रोड, मंडी हाउस मेट्रो स्टेशन, कैलमस फोर्ट रोड दिल्ली, सरोजनी नगर और ग्वालियर पॉटरीज के पास होर्डिंग लगाए गए हैं।
हरिद्वार कुंभ में श्रद्धालुओं को आमंत्रित किए जाने को पर्यटन विकास परिषद की ओर से प्रचार अभियान शुरू कर दिया गया है। इसके लिए राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में होर्डिंग्स लगाकर प्रचार प्रसार कर श्रद्धालुओं को कुंभ की जानकारी दी जा रही है। सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने बताया कि श्रद्धालुओं को आमंत्रित करने को उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से प्रचार प्रसार अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत देश की राजधानी दिल्ली के विभिन्न स्थानों में कुंभ की आकर्षक तस्वीरें लगाकर लोगों को कुंभ का न्योता दिया गया है। इसके साथ ही उत्तराखंड में होने वाले साहसिक खेलों के रोमांच को भी होर्डिंग के जरिए दर्शाया गया है।
कार्मिक विभाग ने आठ पीसीएस अफसरों को कुंभ मेलाधिकारी कार्यालय से अटैच कर दिया है। वे तीस अप्रैल तक कुंभ मेले में बतौर सेक्टर मजिस्ट्रेट जिम्मेदारी संभालेंगे। एसडीएम टिहरी रविंद्र कुमार जुवांठा, एसडीएम पौड़ी मनीष कुमार सिंह, प्रभारी उप राजस्व आयुक्त(भूमि व्यवस्था) राजस्व परिषद देहरादून देवानंद, एसडीएम उत्तरकाशी आकाश जोशी, विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारी देहरादून और जीएम जीएमवीएन अवधेश कुमार सिंह, एसडीएम यूएसनगर नरेश चंद्र दुर्गापाल, सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी प्रत्यूष सिंह, एसडीएम बागेश्वर प्रमोद कुमार सिंह को सेक्टर मजिस्ट्रेट के रूप में मेलाधिकारी कार्यालय हरिद्वार अटैच किया गया।