बीआरओ के जांबाजों ने पांच दिन में बनाया आधे से ज्यादा पुल
मुनस्यारी-मिलम सड़क पर सेनरगाड़ के पास बना वैली ब्रिज पांच दिन पहले 22 जून को पोकलैंड लदे ट्राले के भार से टूट गया था। पुल टूटने से उच्च हिमालयी क्षेत्रों के 15 गांवों का सड़क संपर्क पूरी तरह कट गया। यह पुल सामरिक दृष्टि से भी बेहद महत्वपूर्ण है। चीन सीमा पर स्थित सेना की चौकियों को भी इसी पुल से आवाजाही होती है। इसे देखते हुए बीआरओ ने युद्धस्तर पर फिर से पुल निर्माण का काम किया है। नतीजा यह है कि महज पांच दिन में ही पुल का 60 प्रतिशत हिस्सा बनकर तैयार हो गया है। अगले कुछ दिनों में शेष 40 प्रतिशत निर्माण कार्य को पूरा कर लिया जाएगा, ऐसी उम्मीद है।
सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मुनस्यारी-मिलम (उत्तराखंड) पर सेनरगाड़ वैली ब्रिज जल्द ही बनकर तैयार हो जाएगा। बीआरओ के बहादुर जवानों ने टूटने के पांच दिन के भीतर ही नए पुल का 60 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा कर लिया है। बीआरओ की अधिकारियों की मानें तो तय समय सीमा से पहले ही पुल बना लिया जाएगा।
बीआरओ के कमान अधिकारी पीके राय ने कहा पुल निर्माण के लिए 24 घंटे काम किया जा रहा है। इसके लिए श्रमिकों से तीन पालियों में काम लिया जा रहा है। कहा तय समय से पहले ही पुल बना लिया जाएगा।