पटना। बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के बीच मुद्दों को लेकर मतभेद की खबरें तो परस्पर सुनने को मिलती रहती हैं। नीतीश कुमार ने एनआरसी को लेकर खुद कुछ नहीं कहा है लेकिन बिहार में जेडीयू और बीजेपी इस मुद्दे पर आमने सामने दिखी। इसी तरह का टकराव धारा 370 और तीन तलाक के मुद्दे पर भी रहा। लेकिन नीतीश की पार्टी ने वाकआउट का रास्ता निकाल कर डैमेज कंट्रोल कर लिया।
लेकिन इस बार नेतृत्व को लेकर दोनों दलों के बीच में मतभेद सामने आने लगे हैं। बीजेपी के एमएलसी संजय पासवान ने बिहार के सीएम पद को लेकर एक बड़ा बयान दे दिया है। पासवान ने कहा कि अब बिहार में नीतीश मॉडल की जगह मोदी मॉडल की जरूरत है। संजय पासवान ने सीएम नीतीश को सुझाव दिया कि अब उन्हें बिहार छोड़कर केंद्र की राजनीति करनी चाहिए।
पासवान ने कहा कि नीतीश कुमार अब बिहार को बीजेपी और जेडीयू के जिम्मे सौंप दें और केंद्र में जाकर पीएम नरेंद्र मोदी के साथ काम करें। उन्होंने ये भी कहा कि अब बिहार में बीजेपी के किसी नेता को मुख्यमंत्री बनना चाहिए। इस दौरान उन्होंने डिप्टी सीएम सुशील मोदी का नाम लिया। बीजेपी नेता के बयान के बाद जेडीयू कहां चुप रहने वाली थी। जेडीयू नेता संजय सिंह ने बीजेपी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि संजय पासवान जी, आपका ज्ञान सुना लेकिन आश्चर्य इस बात का हुआ कि 2015 में आपका यह ज्ञान कहां था?
आपने बिल्कुल सही कहा है कि बिहार में नरेंद्र मोदी मॉडल चलेगा। बेशक चलेगा लेकिन एक बार यह तो विचार कर लीजिए कि 2015 में क्या हुआ था? संजय पासवान जी, कोई कोर कसर छोड़ी गई थी क्या 2015 में लेकिन नतीजा क्या हुआ? बिहार की जनता ने अपने लोकप्रिय नेता नीतीश कुमार जी के नेतृत्व में आस्था जताई और हर उपक्रम के बावूजद सामने कोई टिक न सका। तब आप कहाँ थे? संजय जी, सरकार का मॉडल जनता तय करती है नेता नहीं।