भारत ने जीती टी20 श्रृंखला

ब्रिस्टल। रोहित शर्मा के नाबाद शतक और हार्दिक पंड्या के आलराउंड प्रदर्शन से भारत ने बड़े स्कोर वाले तीसरे और अंतिम टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आज यहां इंग्लैंड को सात विकेट से हराकर तीन मैचों की श्रृंखला 2-1 से जीती। भारत के सामने 199 रन का लक्ष्य था। रोहित ने एक छोर संभाले रखा तथा 56 गेंदों पर नाबाद 100 रन बनाये जिसमें 11 चौके और पांच छक्के शामिल हैं। उन्होंने कप्तान विराट कोहली ने (29 गेंदों पर 43 रन) के साथ तीसरे विकेट के लिये 89 रन की साझेदारी की। पंड्या ने 14 गेंदों पर नाबाद 33 रन की तूफानी पारी खेली जिससे भारत ने 18.4 ओवर में तीन विकेट पर 201 रन बनाकर जीत दर्ज की।

इससे पहले गेंदबाजों ने शुरू में रन लुटाने के बाद अच्छी वापसी की। पंड्या ने 38 रन देकर चार विकेट लिये जिससे इंग्लैंड दस ओवर में 112 रन बनाने के बावजूद आखिर में नौ विकेट पर 198 रन ही बना पाया। जैसन रॉय ने 31 गेंदों पर चार चौकों और सात छक्कों की मदद से 67 रन बनाये और जोस बटलर (21 गेंदों पर 34) के साथ पहले विकेट के लिये 7.5 ओवर में 94 रन जोड़े। इनके अलावा एलेक्स हेल्स (24 गेंदों पर 30) और जॉनी बेयरस्टॉ (14 गेंदों पर 25) ने भी उपयोगी योगदान दिया।

अपने पहले ओवर में 22 रन लुटाने वाले पंड्या भारत के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जबकि सिद्धार्थ कौल ने 35 रन देकर दो विकेट हासिल किये। उमेश यादव ने चार ओवर में 48 रन देकर एक जबकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण कर रहे दीपक चाहर ने 43 रन देकर एक विकेट लिया। महेंद्र सिंह धौनी ने विकेट के पीछे कमाल दिखाया और पांच कैच लिये। किसी एक टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में पांच कैच लेने वाले वह पहले विकेटकीपर हैं। वह इस दौरान इस प्रारूप में कैचों का अर्धशतक पूरा करने वाले पहले विकेटकीपर भी बने।
भारत का प्रदर्शन वास्तव में काबिलेतारीफ रहा क्योंकि गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी उसकी शुरुआती अनुकुल नहीं रही थी। भारत ने शिखर धवन (पांच) और पहले मैच के शतकवीर केएल राहुल (19) के विकेट जल्दी गंवा दिये थे। रोहित ने बेपरवाह बल्लेबाजी की। डेविड विली पर छक्के से खाता खोलने वाले इस बल्लेबाज ने जोर्डन पर लगातार दो छक्के लगाये। उनके प्रयास से भारत दो विकेट गंवाने के बावजूद पावरप्ले में 70 रन जुटाने में सफल रहा।
रोहित इस पारी के दौरान इस प्रारूप में 2000 रन पूरे करने वाले भारत के दूसरे और दुनिया के पांचवें बल्लेबाज बने। उन्होंने 19वें ओवर में अपने करियर का तीसरा शतक पूरा किया जबकि पंड्या ने जोर्डन के इसी ओवर में विजयी छक्का लगाया। भारत का स्कोर दस ओवर के बाद दो विकेट पर 100 रन था। अगले ओवर में रोहित का लियाम प्लंकेट पर पुल शाट से लगाया गया छक्का दर्शनीय था। कोहली अब तक स्ट्राइक रोटेट करने पर ध्यान दे रहे थे। उन्होंने आदिल राशिद पर गगनदायी छक्का लगाया।
कोहली हालांकि इस प्रारूप में लगातार आठवीं पारी में अर्धशतक तक पहुंचने में नाकाम रहे। जोर्डन ने अपनी ही गेंद कैच लेकर भारतीय कप्तान की पारी का अंत किया। कोहली ने दो चौके और दो छक्के लगाये। भारत को आखिरी चार ओवर में 44 रन चाहिए थे। पंड्या ने जैक बॉल पर दो चौके लगाकर हाथ खोले और इसके बाद अपनी लप्पेबाजी से दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। पंड्या ने चार चौके और दो छक्के लगाये। भारत ने द्विपक्षीय टी20 श्रृंखला में तीसरा मैच नहीं गंवाने का रिकार्ड भी बरकरार रखा।
इससे पहले कोहली ने टास जीता और पहले क्षेत्ररक्षण का फैसला किया लेकिन पहले टी20 में पांच विकेट लेने वाले स्पिनर कुलदीप यादव को अंतिम एकादश में नहीं रखा। गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले चाहर का स्वागत बटलर ने तीन चौकों से किया। उमेश, कौल और पंड्या जैसे तेज गेंदबाजों के सामने रॉय और बटलर ने पावरप्ले में 73 रन जोड़ दिये। लेग स्पिनर युजवेंद चहल (चार ओवर में 30 रन) कुछ हद तक दबाव बनाने में सफल रहे।
पंड्या पावरप्ले का आखिरी ओवर करने आये थे जिसकी पहली चार गेंदों पर राय ने दो चौके और दो छक्के लगाये। आखिर में सातवें ओवर में चहल को गेंद थमायी गयी। वह बटलर को आउट भी कर देते लेकिन गेंद कौल के हाथों से छिटक गयी। कौल ने हालांकि अगले ओवर में बटलर का मिडिल स्टंप हिलाकर भारत को बड़ी राहत दिलायी। बटलर ने अपनी पारी में सात चौके लगाये। चहल के पहले ओवर में लांग आन पर छक्का जड़कर 23 गेंदों पर अर्धशतक पूरा करने वाले रॉय भी इसके बाद ज्यादा देर तक नहीं टिक पाये। रॉय ने धीमी गेंद को कट करने के प्रयास में धौनी को कैच दिया और इस तरह से चाहर को पहला विकेट भी मिला। धौनी का यह 50वां कैच था।
पंड्या भी वापसी करने में सफल रहे। उनका तीसरा ओवर घटनाप्रधान रहा। पारी के 14वें ओवर में चहल ने इयोन मोर्गन (छह) का कैच छोड़ा लेकिन अगली गेंद पर धौनी ने ऐसी गलती नहीं की। हेल्स ने पांचवीं गेंद पर छक्का जड़ा लेकिन अगली गेंद पर धौनी को कैच देकर पवेलियन लौट गये। हेल्स ने तीन चौके और दो छक्के लगाये। पंड्या ने अगले ओवर में भी दो विकेट लिये। उन्होंने बेन स्टोक्स (14) को कोहली और बेयरस्टॉ को धौनी के हाथों कैच कराया। इन दोनों में बेयरस्टॉ अधिक हावी होकर खेल रहे थे। दोनों टीमों के बीच अब 12 जुलाई से तीन वनडे मैचों की श्रृंखला खेली जाएगी।

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