नई दिल्ली। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के नए अध्यक्ष बन गए। उन्होंने सोमवार को अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन भरा। उनके खिलाफ किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन नहीं भरा। इस तरह गांगुली निर्विरोध रूप से अध्यक्ष चुन लिए गए। हालांकि, बोर्ड के इस चुनाव का आधिकारिक नतीजा 23 अक्टूबर को घोषित किया जाएगा।
गांगुली बोर्ड के सबसे ऊंचे पद पर पहुंचने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेटर हैं। उनसे पहले 1954 से 1956 तक 3 टेस्ट खेलने वाले महाराज ऑफ विजयनगरम (विजय आनंद गणपति राजू) अध्यक्ष थे। हालांकि, 2014 में 125 टेस्ट खेलने वाले सुनील गावस्कर और 34 टेस्ट खेलने वाले शिवलाल यादव ने बोर्ड का नेतृत्व किया था, लेकिन दोनोंअंतरिम अध्यक्ष ही थे। गांगुली ने 113 टेस्ट खेले हैं।
47 साल के गांगुली 2015 से क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल के अध्यक्ष थे। सोमवार को बोर्ड की बैठक में उनके नाम पर सहमति से पहले कई सदस्यों ने आपत्ति जताई। इस फैसले को लेकर बोर्ड के सदस्य दो गुट बंटे थे। इनमें एक अनुराग ठाकुर और दूसरा एन श्रीनिवासन का गुट था। श्रीनिवासन गुट बृजेश को अध्यक्ष बनाना चाह रहा था, लेकिन अंत में अनुराग गुट के उम्मीदवार के नाम पर ही सहमति बनी।
गांगुली ने अध्यक्ष पद के लिए अपना नाम तय होने पर कहा सोमवार सुबह कहा था, ‘‘ये मेरे लिए कुछ अच्छा करने का शानदार मौका है। मैं ऐसे समय में इस कुर्सी पर बैठ रहा हूं, जब बोर्ड की छवि लगातार खराब हो रही है। मैं देश के लिए खेला और कप्तानी की। मेरे लिए कुछ कर दिखाने का मौका है। छोटे कार्यकाल में मेरी पहली प्राथमिकता प्रथम श्रेणी क्रिकेटरों की देखभाल करना होगा। भारतीय क्रिकेट में सभी हितधारकों से मिलने की योजना है। मैं कुछ ऐसा करना चाहता हूं जो सीओए ने 33 महीनों तक नहीं किया।’’