नई दिल्ली। गेंद से लगातार हो रही छेड़छाड़ मामले में आईसीसी अब कड़ा रुख अख्तियार करने की फिराक में है। गौरतलब हो कि हाल ही में बॉल टेंपरिंग की घटनाओं में इन दिनों काफी इजाफा हुआ है। इस पर क्रिकेट जगत की कड़ प्रतिक्रियाएं भी आई हैं जिसके बाद इंटरनेशनलन क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी हॉल टेंपरिंग के गुनाह को और अधिक संगीन बनाने पर विचार कर रही है। बता दें कि इस महीने के आखिर में होने वाली सालाना कांफ्रेंस में आईसीसी की ओर से गेंद से छेड़छाड़ के मामलों में कठोर सजा की पैरवी की जाएगी।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के तीन खिलाड़ियों स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर और बैनक्रॉफ्ट के बॉल टेंपरिंग में पकडे जाने और उन पर प्रतिबंध लगने बाद अब श्रीलंका के कप्तान दिनेश चंडीमल पर वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट के दौरान गेंद से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है । आईसीसी इस तरह के अपराधों को लेवल दो से लेवल तीन का करने पर विचार कर रही है। गौरतलब हो की अभी तक लेवल दो के अपराध में एक टेस्ट या दो वनडे के लिये प्रतिबंध का प्रावधान है जबकि लेवल तीन में खिलाड़ी पर चार टेस्ट या आठ वनडे का प्रतिबंध लगाया जाता है। वहीं अभी तक लेवल दो के अपराध में एक टेस्ट या दो वनडे के लिये प्रतिबंध का प्रावधान है जबकि लेवल तीन में खिलाड़ी पर चार टेस्ट या आठ वनडे का प्रतिबंध लगाया जाता है। याद हो की आईसीसी ने तो कंगारू खिलाड़ियों पर भी मामूली प्रतबंध ही लगाया था लेकिन क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने उनको कड़ी सजा देने की कार्रवाई की थी।