21 अप्रैल को रावल भीमाशंकर लिंग भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली को चल उत्सव विग्रह डोली में विराजमान कराएंगे।।इसके बाद केदारनाथ धाम के लिए नियुक्त मुख्य पुजारी बागेश लिंग को धाम की छह माह की पूजा का संकल्प कराएंगे और पगड़ी व अचकन पहनाएंगे। इसके बाद रावल भगवान केदारनाथ की पंचमुखी मूर्ति को स्वर्ण मुकुट पहनाएंगे। वे देवदर्शनी तक डोली को धाम के लिए विदा करेंगे। इसके बाद, रावल 24 अप्रैल को केदारनाथ पहुंचेंगे।
केदारनाथ धाम के रावल भीमाशंकर लिंग पंचकेदार गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ पहुंच गए हैं। उनकी मौजूदगी में 25 अप्रैल को सुबह 6ः10 बजे केदारनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। इससे पूर्व रावल 20 अप्रैल को ओंकारेश्वर मंदिर में भगवान भैरवनाथ की पूजा-अर्चना में शामिल होंगे। इसके लिए रावल भीमाशंकर लिंग अपने शिष्य केदार लिंग के साथ ओंकारेश्वर मंदिर पहुंचे। यहां पुजारी शिव शंकर लिंग, बागेश लिंग और टी. गंगाधर लिंग और मंदिर के वेदपाठियों ने उनका स्वागत किया।
25 अप्रैल को सुबह 5ः30 बजे रावल भीमाशंकर लिंग बाबा केदार की पंचमुखी डोली व छड़ी के साथ मंदिर में प्रवेश करेंगे। सभी औपचारिकताओं को पूरा करने बाद सुबह 6ः10 बजे केदारनाथ मंदिर के कपाट खोले जाएंगे। इसके बाद रावल ओंकारेश्वर मंदिर लौट आएंगे और जरूरी अवसरों पर धाम जाएंगे। पुजारी शिव शंकर लिंग ने बताया कि रावल पूरी तरह से स्वस्थ हैं।