उत्तराखंड में ऑटोमोबाइल और निर्माण सेक्टर ने पकड़ी रफ्तार
बाजार पर लॉकडाउन का बहुत बुरा असर हुआ और आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सेक्टर ठप हो गए थे। पर लॉकडाउन खुलने के बाद कई सेक्टरों में स्थिति तेजी से सामान्य हो रही है। राज्य कर विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तराखंड में एफएमसीजी, ऑटोमोबाइल पाट्र्स, वाहन और सीमेंट की बिक्री, वर्क कांट्रेक्ट के क्षेत्र में तेजी दर्ज की गई है। जबकि कई सेक्टर अब भी कमजोर चल रहे हैं।
राज्य में एफएमसीजी, ऑटोमोबाइल व निर्माण सेक्टर ने रफ्तार पकड़ ली है। होटल व इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर की चाल अब भी सुस्त है। वित्त वर्ष की पहली तिमाही में राज्य कर विभाग को मिले टैक्स के आंकड़ों के आधार पर तैयार रिपोर्ट से यह निष्कर्ष निकाला गया है। कोरोना के चलते लागू लॉकडाउन की वजह से उत्तराखंड की आर्थिक स्थिति बहुत बुरी तरह प्रभावित हुई थी।
होटल-इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर की स्थिति अब भी खराब
कोरोना और उसके चलते लागू लॉकडाउन की वजह से प्रदेश में सबसे बुरा हाल होटल इंडस्ट्री का है। पहली तिमाही में इसमें कोई सुधार दर्ज नहीं हुआ है। अप्रैल में विभाग को होटलों से कुल 20 लाख रुपये टैक्स मिला था जो मई में 30 लाख हुआ और जून में फिर घटकर 20 लाख रुपये पर ही पहुंच गया। जबकि पिछले साल की पहली तिमाही में होटलों से राज्य को 40 करोड़ रुपये से अधिक का टैक्स मिला था। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस सेक्टर पर कितनी गहरी मार पड़ी है। इसी तरह आयरन, स्टील ट्रेडिंग, इलेक्ट्रॉनिक सेक्टर में लॉकडाउन खुलने से कुछ सुधार तो आया लेकिन यह काफी धीमा है।
सेक्टर अप्रैल मई जून
वाहन-कलपुर्जे 1.5 करोड़ 14 करोड़ 40 करोड़
वाहनों की बिक्री 50 लाख 1.5 करोड़ 11 करोड़
एफएमसीजी 09 करोड़ 23 करोड़ 17 करोड़
निर्माण 02 करोड़ 13 करोड़ 15 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक्स 20 लाख 3.4 करोड़ 06 करोड़
आयरन/स्टील 40 लाख 05 करोड़ 05 करोड़
होटल 20 लाख 30 लाख 20 लाख