देहरादून। दस दिव्यांगों का एक दल कृत्रिम पैरों के सहारे गौरीकुंड से केदारनाथ धाम पैदल पहुंचेंगे। इनका ये साहस न सिर्फ चारधाम आने वाले यात्रियों के लिए प्रेरणा स्त्रोत बनेगा, बल्कि मिसाल पेश करेगा कि बुलंद हौसलों से मंजिल तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
नौटियाल कृत्रिम अंग कल्याण समिति के तत्वाधान में दिव्यांगजन प्रेरणा-2018 साहसिक मिशन का आयोजन किया गया है। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने गौरीकुंड से केदारनाथ धाम तक दिव्यांगों की साहसिक पैदल यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने सभी को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह साहसिक कार्य चारधाम पर आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए प्रेरणा स्रोत का कार्य करेगा। उन्होंने दिव्यांगजनों के साहस और जज्बे को भी सलाम किया।
इस अवसर पर नौटियाल कृत्रिम अंग कल्याण समिति के संस्थापक डॉ. विजय कुमार नौटियाल, पारस स्कूल के प्रबंधक राम रतन रतूड़ी, दिव्यांग दल के सदस्य लक्ष्मी प्रसाद बहुगुणा, नंदन सिंह, दिनेश भुजवाण, नरेंद्र नेगी, राकेश लाल, सूरज, पंकज, मुन्ना सिंह और पारस स्कूल के बच्चे उत्साहवर्धन के लिए मौजूद थे।