मुंबई। अभिनेता अनिल कपूर का मानना है कि वह फिल्म उद्योग में अपनी 40 साल की लंबी यात्रा में प्रासंगिक बने रहने में सफल रहे हैं क्योंकि वह कभी भी जोखिम लेने से डरते नहीं हैं।
अभिनेता ने कहा कि उन्होंने ऐसी चीजों में हाथ आजमाया, जिन्हें दूसरे लोग करियर के लिए घातक मानते थे। अनिल ने यहां एक कार्यक्रम में संवाददाताओं से कहा कि सबसे महत्त्वपूर्ण बात यह है कि मैं असफलता का सामना करने के लिए तैयार रहता हूं।
सबसे बड़ा सबक यह है, जो मैंने सीखा है। मैं अपना मजाक बनवाने के लिए भी तैयार रहता हूं। और इसी बात ने मुझे प्रासंगिक बनाये रखा है। उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में बदलाव का वक्त वह था जब लोग चाहते थे कि मैं मुख्य भूमिका निभाऊं लेकिन मुझे पता था कि मैं मुख्य भूमिका में नहीं हो सकता।
मैं भ्रम में नहीं रह सकता। मैं केवल कुछ दूरी तक चलने में नहीं बल्कि हमेशा चलते रहने में विश्वास करता हूं। कपूर ने कहा कि उनके तीनों बच्चे भी उन्हें प्रासंगिक बने रहने में मदद करते हैं।