कोलकाता। भारत के सीनियर तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का अमेरिका का वीजा उनके घरेलू हिंसा के आरोपों वाले मौजूदा पुलिस रिकार्ड के कारण पहले खारिज कर दिया गया था लेकिन बीसीसीआई ने हस्तक्षेप करते हुए इसका निपटारा कराया। बीसीसीआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने अमेरिकी दूतावास को पत्र लिखा जिसके बाद बंगाल के इस तेज गेंदबाज के वीजा को हरी झंडी मिल गयी।
जौहरी ने इस पत्र में देश के लिये क्रिकेटर के तौर पर शमी की उपलब्धियों के अलावा उनकी पत्नी हसीन जहां से अलग होने को लेकर हुई पूरी पुलिस रिपोर्ट की जानकारी दी। पता चला है कि भारतीय खिलाड़ियों को पी1 वर्ग के अंतर्गत वीजा मिला है जो अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त विदेशी टीम के सदस्यों को दिया जाता है।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने नाम नहीं बताने की शर्त पर कहा कि हां, शमी का वीजा आवेदन पहले अमेरिकी दूतावास ने खारिज कर दिया था। पाया गया था कि उनकी पुलिस जांच का रिकार्ड पूर्ण नहीं था। हालांकि इसे बाद में निपटा लिया गया और सारे जरूरी दस्तावेज मुहैया करा दिये गये।
उन्होंने बताया कि शमी का वीजा आवेदन खारिज होने के बाद सीईओ राहुल जौहरी ने तुरंत एक पत्र लिखकर शमी की उपलब्धियों के बारे में बताया जिसमें कई विश्व कप में भागीदारी की भी जानकारी दी गयी। वर्ष 2018 के शुरू में शमी और उनकी पत्नी अलग हो गये थे। उनकी पत्नी ने उन पर घरेलू हिंसा और व्यभिचार के आरोप लगाये और कोलकाता में प्राथमिकी दर्ज की थी। तलाक का मामला अभी अदालत में चल रहा है।