लॉस एंजिल्स। अमेरिका के कैलिफोर्निया के जंगलों में पिछले दो दिनों से भड़की आग ने शनिवार को विकराल रूप ले लिया। इसके चलते करीब 1 लाख लोगों को अपनाघर छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा है। आग इतनी तेज है कि यह हर घंटे करीब 800 एकड़ इलाका इसकी चपेट में आ रहा है। पुलिस अफसरों के मुताबिक, अब तक सैन फर्नांडो वैली में 7542 एकड़ का इलाका जल चुका है। आग अब लॉस एंजिल्स शहर से सिर्फ 32 किमी दूर रह गई है। इसे बुझाने की कोशिशों में तेजी लाई गई है। हालांकि, शुक्रवार शाम तक पूरे इलाके की आग में से सिर्फ 13% आग पर ही काबू पाया जा सका।
तेज हवाओं की वजह से इस आग को कैलिफोर्निया की बड़ी आपदा घोषित किया गया है। इसे सैडलरिज फायर नाम दिया गया है। करीब 31 इमारतों को आग से नुकसान पहुंच चुका है। वहीं, 20 हजार घरों के इसके चपेट में आने का खतरा है। बताया गया है कि आग की शुरुआत सिलमर शहर से हुई। इसके बढ़ने की वजह सामने नहीं आ पाई है। लेकिन, तेज हवाओं और आद्रता की वजह से आग तेजी से फैलने लगी।
लॉस एंजिल्स फायर डिपार्टमेंट के प्रमुख राफ तेराजस ने निवासियों से अपील की कि वे अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे। आग बुझाने के लिए करीब एक हजार दमकलकर्मियोंको लगाया गया है। इसके अलावा हेलिकॉप्टर और विमानों के जरिए पानी छिड़ककर आग को खत्म करने की कोशिशें जारी हैं। आग की वजह से ज्यादातर इलाकों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए। इसके अलावा कुछ हाईवे और मेट्रो सेवाएं भी रोक दी गईं।
लॉस एंजिल्स शहर की तरफ पूर्वी दिशा से भी आग बढ़ रही है। इसे सैंडलवुड फायर कहा जा रहा है। करीब 76 घरों और इमारतों को नुकसान पहुंचा है। वहीं, 89 साल की एक महिला की आग से जलकर मौत हो गई। अधिकारियों के मुताबिक, अभी कुछ सौ घर खाली कराए जाने हैं।
जंगलों की आग की वजह से कैलिफोर्निया में इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी खासा नुकसान पहुंचा है। शुक्रवार को राज्य में 3,12,000 उपभोक्ताओं को बिजली के बिना रहना पड़ा। बिजली कंपनी के सीईओ बिल जॉनसन के मुताबिक, आग के बीच बिजली सप्लाई जारी रहने से आग भड़कने का खतरा बना रहेगा। पिछले साल कैलिफोर्निया में लगी आग से बिजली कंपनी की खराब पावर लाइनों में भी आग लग गई थी।