पितृ शोक के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को टीम-11 के साथ दो घंटे से ज्यादा समीक्षा बैठक की और लॉकडाउन को कामयाब बनाने के लिए अहम निर्देश दिए। उन्होंने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने पर जोर देते हुए कहा कि क्वारंटीन किए गए लोगों को आवश्यक दूरी बनाकर रखा जाए। कोविड-19 के रोगियों के लिए ऑक्सीजन की उपलब्धता अनिवार्य रूप से की जाए। इसलिए अधिकारी यह जांच लें कि सभी एल-1, एल-2 तथा एल-3 श्रेणी के चिकित्सालयों में आक्सीजन उपलब्ध रहे। उन्होंने निर्देश दिए कि शेल्टर होम से घर भेजे गए लोगों तथा कोटा से लौटे विद्यार्थियों को होम क्वारंटीन में रखा जाए और इस मुख्यमंत्री हेल्पलाइन ‘1076’ के माध्यम से अवगत कराया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन कराना बहुत जरूरी है। इसलिए अंतरजनपदीय व अंतरराज्यीय आवागमन को सख्ती से रोका जाए। उन्होंने लखनऊ के सदर क्षेत्र के पूर्ण सैनिटाइजेशन के निर्देश दिए और कहा कि अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों में पूल टेस्टिंग की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना का संक्रमण रोकने के लिए प्लाज्मा थेरेपी को आगे बढ़ाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल और डॉक्टरों सहित सभी चिकित्सा कर्मियों को प्रत्येक दशा में कोविड-19 के संक्रमण से सुरक्षित रखना आवश्यक है। पुलिस कर्मी तथा मेडिकल टीम सुरक्षा के सभी आवश्यक उपकरण लगाकर ड्यूटी करें और संक्रमण से सुरक्षा के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह पालन करें। उन्होंने कहा कि पीपीई मानकों के अनुरूप होने चाहिए। इमरजेन्सी सेवाओं का संचालन करने वाले सभी चिकित्सालय अपने चिकित्सा कर्मियों का कोविड नियन्त्रण का प्रशिक्षण कराएं और अस्पताल में संक्रमण से सुरक्षा के समस्त साधनों का प्रयोग करें।
उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा लोगों को ‘आरोग्य सेतु’ एप को डाउनलोड करने के लिए प्रेरित व प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि लॉकडाउन का पूरी तरह पालन सुनिश्चित कराया जाए। अन्तरजनपदीय और अन्तरराज्यीय आवागमन सख्ती से रोका जाए।
मुख्यमंत्री ने कम्युनिटी किचेन, डोर स्टेप डिलिवरी तथा खाद्यान्न वितरण की अद्यतन स्थिति की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी जरूरतमंदों को राशन की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। शेल्टर होम और कम्युनिटी किचेन को नियमित तौर पर सैनिटाइज किया जाए। इनमें कार्यरत लोगों का मेडिकल टेस्ट कराया जाए। उन्होंने कहा कि रमजान के महीने में आवश्यक सामग्री की सुचारु उपलब्धता के लिए सभी आवश्यक प्रबन्ध किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने अन्य राज्यों से प्रदेश लौटे श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए कार्ययोजना बनाकर उसे लागू करने के निर्देश दिए। सभी नोडल अधिकारी फोन पर उपलब्ध रहते हुए लोगों की दिक्कतों को सुनें और उनका निस्तारण कराएं। उन्होंने कहा कि निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर शासन द्वारा अनुमन्य राशि से दिवंगत का अन्तिम संस्कार कराया जाए। दुर्भाग्यवश राज्य के बाहर किसी प्रदेशवासी की मृत्यु होने पर, प्रशासन पार्थिव शरीर को प्रदेश में लाने तथा मृतक के परिवार को पात्रता के आधार पर भरण-पोषण भत्ता, राशन कार्ड तथा योजना के तहत आवास उपलब्ध कराने की व्यवस्था करे।
बैठक में अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि प्रयागराज, लखनऊ और आगरा में पूल टेस्टिंग प्रारम्भ हो गई है। एक्सप्रेस-वे परियोजनाओं का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। कारागारों में बन्दियों की मेडिकल टेस्टिंग कराई जा रही है तथा उन्हें आवश्यकतानुसार क्वारंटीन भी किया गया है