मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह की घोषणा के अनुरूप सरकार ने हरिद्वार कुंभ के अखाड़ों के लिए जारी किए 13 करोड़
हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण (एचआरडीए) के माध्यम से अखाड़ों में विभिन्न कार्य कराए जाएंगे। यदि किसी अखाड़े में होने वाले कार्यों में इससे अधिक लागत आएगी तो उसका वहन संबंधित अखाड़े द्वारा ही किया जाएगा। यह भी शर्त रखी गई है कि अखाड़ों में विकसित होने वाली सभी सुविधाओं का उपयोग साधु-संतों के साथ ही श्रद्धालु भी कर सकेंगे।मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पूर्व में हरिद्वार कुंभ में सभी अखाड़ों में नए स्थायी और पूर्व में निर्मित कार्यों के जीर्णोद्धार के मद्देनजर एक-एक करोड़ के काम सरकार की ओर से कराने की घोषणा की थी।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह की घोषणा के अनुरूप सरकार ने हरिद्वार कुंभ के लिए सभी 13 अखाड़ों में विभिन्न सुविधाएं विकसित करने के मद्देनजर एक-एक करोड़ रुपये की राशि अवमुक्त कर दी है। इसका शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।
बाद में कैबिनेट ने भी इस प्रस्ताव पर अपनी मुहर लगाई थी। अब इसका शासनादेश जारी कर दिया गया है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इसकी पुष्टि की। शासनादेश के मुताबिक प्रत्येक अखाड़े में होने वाले स्थायी प्रवृत्ति और जीर्णोद्धार से संबंधित कार्यों पर एक-एक करोड़ की राशि सरकार की ओर से खर्च की जाएगी। यदि इसमें अधिक लागत आती है शेष खर्च का वहन अखाड़े करेंगे। यह राशि सीधे अखाड़ों को नहीं दी जाएगी, बल्कि उनकी जरूरत के मुताबिक एचआरडीए इन कार्यों को कराएगा। अखाड़ों में जो भी कार्य होंगे वे स्थायी प्रवृत्ति के होंगे और इनका उपयोग सार्वजनिक रूप से होगा।
अखाड़ों में होने वाले कार्यों के लिए धनराशि जारी होने का शासनादेश होने के बाद कुंभ मेला अधिष्ठान भी सक्रिय हो गया है। मेला अधिष्ठान प्रशासन ने सभी 13 अखाड़ों से उनके यहां होने वाले कार्यों का ब्योरा मांगा है। मेलाधिकारी दीपक रावत के अनुसार अखाड़ों की जरूरत के मुताबिक निर्माण कार्यों की जानकारी लेकर सभी जरूरी प्रक्रिया अपनाते हुए जल्द ही कार्य प्रारंभ कराए जाएंगे।