नयी दिल्ली। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) इस बात की जांच कर रहा है कि क्या संगीत पर आधारित एक रियल्टी शो का प्रसारण करने वाले एंड टीवी ने गायक पापोन द्वारा एक नाबालिग प्रतिभागी पर कथित यौन हमला किए जाने की घटना की सूचना नहीं देकर किसी तरह की चूक की। एनसीपीसीआर की अध्यक्ष स्तुति कक्कड़ ने कहा, ‘हमने मामले का संज्ञान लिया है और हम घटना की जांच कर रहे हैं। चैनल और आरोपी को नोटिस जारी किया गया है।’
आयोग ने मुंबई पुलिस से कार्रवाई रिपोर्ट मांगी है। संगठन के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने कहा, ‘पॉक्सो के तहत बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों की सूचना देना आवश्यक है। हम यह जानना चाहते हैं कि क्या चैनल ने इसका अनुपालन किया।’ हालांकि, पापोन ने कहा कि उन्हें बिना किसी गलती के ‘प्रताड़ित’ किया जा रहा है। उन्होंने कभी भी अभद्र आचरण नहीं किया है।
वायरल हुए एक वीडियो में पापोन ‘वॉइस ऑफ इंडिया किड्स 2018’ के प्रतिभागियों के साथ होली मनाते और एक नाबालिग लड़की को चूमते नजर आते हैं। पापोन इस रिएल्टी टीवी शो में गायक शान और गायक एवं संगीतकार हिमेश रेशमिया के साथ जज हैं। उच्चतम न्यायालय में वकालत करने वाले रूना भुइयां ने राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग में पापोन के खिलाफ पॉक्सो अधिनियम के तहत शिकायत दर्ज कराई है।