उत्तराखंड में शनिवार को कोरोना के कुल 122 पॉजिटिव केस सामने आए, राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 95586 पहुंच गई

उत्तराखंड में शनिवार को कोरोना के कुल 122 पॉजिटिव केस सामने आए, राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 95586 पहुंच गई

प्रदेश का एक मात्र कंटेनमेंट जोन भी राजधानी देहरादून में ही शेष बचा है। दूसरी तरफ राज्य में अब भी 12365 सैम्पल की जांच रिपोर्ट का इंतजार है। शनिवार को बागेश्वर, चमोली, उत्तरकाशी जिले में एक भी पॉजिटिव केस सामने नहीं आने से भी स्वास्थ्य विभाग को राहत मिली है, जबकि देहरादून, हरिद्वार और नैनीताल जिले में ही नए मरीजों की संख्या दहाई अंकों में पहुंच पाई है। इसमें देहरादून में 66 नए मामले सामने आए हैं जबकि, हरिद्वार में 10,नैनीताल में 21,पौड़ी में 04,पिथौरागढ़ में 02, रुद्रप्रयाग में 01,टिहरी में 04 और उधमसिंह नगर जिले में 09 केस सामने आए हैं।

उत्तराखंड में शनिवार को कोरोना संक्रमण के मोर्चे पर प्रदेश को बड़ी राहत मिली। लंबे समय बाद प्रदेश में बीते 24 घंटे में एक भी कोरोना मौत का मामला सामने नहीं आया। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, प्रदेश में  शनिवार को कुल 122 पॉजिटिव केस सामने आए हैं। अब राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 95586 पहुंच गई है। राहत की बात है कि वायरस को मात देने के बाद 212 मरीज पूरी तरह से स्वस्थ्य हो चुके हैं। इसी के साथ अब प्रदेश में कोरोना मरीजों की संख्या 1701 रह गई है।

दून अस्पताल के कोरोना वार्डों से गायब रहे डाक्टरों को अस्पताल प्रबंधन ने नोटिस देकर जवाब देने को कहा है। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने सोमवार तक सभी के स्पष्टीकरण डिप्टी एमएस प्रथम डा. एनएस खत्री को लेने के लिए कहा है। वहीं, सभी एचओडी को ऐसी लापरवाही पर कड़ी कार्रवाई के लिए चेतावनी दी है।  दरअसल, गुरुवार रात को डिप्टी एमएस द्वितीय डा. जेवी गोगोई ने छापा मारा था। जिसमें एक वरिष्ठ डाक्टर, दो एसआर समेत आयुष्मान, दस और 11, तीन, चार पांच, गुब्बारा वार्ड से जेआर नदारद मिले थे। डा. गोगोई ने पूरी रिपोर्ट प्राचार्य को दी थी। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने डाक्टरों की इस लापरवाही को प्रमुखता से प्रकाशित किया।

जिस पर शासन, निदेशालय से कड़ी नाराजगी जताई गई। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना के निर्देश पर डा. खत्री, नोडल अधिकारी डा. अनुराग अग्रवाल, एचओडी मेडिसन डा. नारायणजीत सिंह, असिस्टेंट नोडल अधिाकरी डा. धवल गेटोचा, एएनएस तुलसा चौधरी, सीपीआरओ महेंद्र भंडारी ने तमाम व्यस्थाएं देखी और वार्डों में डाक्टरों एवं स्टाफ को अपनी ड्यूटी ईमानदारी से करने की नसीहत दी। प्राचार्य डा. आशुतोष सयाना ने बताया कि कड़ी हिदायत दी गई है। लापरवाही पर सीधे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा। स्पष्टीकरण मांगा गया है, संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर कड़ी कार्रवाई होगी।

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