कोरोना संकट में उम्मीद व सतर्कता की किरण इस अंधेरे को मिटाने में कामयाब होगी – त्रिवेंद्र सिंह रावत

मुख्यमंत्री ने हम कोरोना के खिलाफ एकजुट हैं और इसका परिचय पांच अप्रैल को देना है कि हम सब सैनिक बनकर कोरोना को देश से भगाएंगे। उन्होंने कहा कि 130 करोड़ देशवासी एक साथ प्रकाश की लौ जलाएंगे तो यह कोरोना से लड़ने में सभी का मनोबल बढ़ाएगी। यह ज्‍वाला कोरोना के अंधेरे को चुनौती देगी। यह उत्साह, उमंग और लड़ने का जज्‍बा ही हमें कोरोना वायरस पर विजय दिलाएगा। उन्होंने राज्यवासियों से अपील की है कि वे पांच अप्रैल को प्रधानमंत्री के आह्वान को सफल बनाएं।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना संकट में उम्मीद व सतर्कता वह किरण है, जो इस अंधेरे को मिटाने में कामयाब होगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों से अपील की है कि पांच अप्रैल की रात नौ बजे घरों की लाइट बंद कर बालकनी और दरवाजे पर खड़े होकर नौ मिनट तक दीया, लालटेन या मोमबत्ती रोशन करें अथवा मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर अपनी एकता का परिचय दें।

उधर, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश कोरोना के खिलाफ महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ रहा है। यह लड़ाई अकेले सरकार ही नहीं लड़ सकती है। इसमें जन-जन की भागीदारी सुनिश्चित होनी जरूरी है। आम जनमानस को इस समय सामूहिक सोच व सामूहिक संवेदनशीलता के सिद्धांतों को अपनाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पांच अप्रैल के अभियान के पीछे यही अवधारणा निहित है। सब एकजुट होकर, एक साथ खड़े हों और एक जैसा सोचें। सामूहिक सोच से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।

उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को भी आड़े हाथ लेकर कहा कि जब देश कोरोना का संकट झेल रहा है, तब कांग्रेस को अनर्गल बयानबाजी से बाज आना चाहिए। वहीं, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ.देवेंद्र भसीन ने कहा कि प्रधानमंत्री का आह्वान देश की जनता की मानसिक शक्ति बढ़ाने वाला है।

पांच अप्रैल तक घरों में लोगों को दीये और मोमबत्ती वितरित करने के लिए कई सामाजिक और धार्मिक संगठन आगे आए हैं। संगठनों से जुड़े लोग जरूरतमंदों को भी खाने के पैकेट के साथ एक-एक दीया व मोमबत्ती बांटेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से पांच अप्रैल को रात नौ बजे नौ मिनट के लिए घरों की लाइट बंद कर दीये, मोमबत्ती या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाकर एकता का परिचय देने की अपील की है। जिसके बाद दून के कई सामाजिक संगठनों ने प्रशासन के जरिये जरूरतमंदों को खाना पहुंचाने के साथ दीये व मोमबत्ती बांटने का निर्णय लिया है।

नेशनल एसोसिएशन फॉर पैरेंट्स एंड स्टूडेंट्स राइट्स (एनएपीआरएस), दून संस्कृति, कालिका माता मंदिर समिति, नियो विजन, पृथ्वीनाथ महादेव मंदिर सेवादल, उत्तराखंड राज्य आन्दोलनकारी मंच आदि संगठन से जुड़े सदस्य लोगों को खाने के पैकेट के साथ दीये व मोमबत्ती बांटने की तैयारी में जुट गए हैं। एनएपीएसआर के अध्यक्ष आरिफ खान, दून संस्कृति की रमा गोयल ने बताया कि लोग मोमबत्ती व दीये खरीदने के लिए बाहर न निकलें इसको भी ध्यान में रखते हुए घरों पर ये सब सामान पहुंचाया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *