उत्तराखंड में मिले 5703 कोरोना पॉजिटिव
दून, हल्द्वानी, यूएस नगर और हरिद्वार के अस्पतालों में अधिकांश मरीजों की मौत हुई है। मंगलवार को हुई 96 मरीजों की मौत के बाद राज्य में अभी तक कुल मृतकों का आंकड़ा 2309 पुंच गया है और राज्य में मरीजों की मौत का प्रतिशत 1.42 प्रतिशत पहुंच गया है। राज्य में कोरोना की दूसरी लहर के दौरान अप्रैल में ही पांच सौ से ज्यादा मरीजों की अभी तक मौत हो चुकी है। प्रदेश में कोरोना के बढ़ते ग्राफ को लेकर सरकार ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। बिना मास्क के घर से बाहर निकलने वालों के खिलाफ सख्ती की जा रही है।
उत्तराखंड के मैदानी जिलों के बाद अब पर्वतीय क्षेत्रों में भी कोरोना संक्रमण के बाद मरीजों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार को राज्य भर में हुई 96 मरीजों की मौत में से 14 मरीजों की मौत पर्वतीय जिलों में हुई है। 96 की तुलना में यह आंकड़ा भले ही अभी कम है लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं का खासा अभाव है ऐसे में मरीज बढ़ने से पर्वतीय क्षेत्रों में स्थिति विकट हो सकती है। मंगलवार को जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार पर्वतीय क्षेत्रों के अस्पतालों में से चार उत्तरकाशी, एक बौराड़ी, तीन श्रीनगर मेडिकल कॉलेज, एक चमोली, दो कोटद्वार, पिथौरागढ़ जिला अस्पताल में दो, जिला अस्पताल बागेश्वर में एक संक्रमित मरीज की मौत हो गई।
राज्य में मौत के साथ ही नए संक्रमित मिलने का भी हर दिन नया रिकार्ड बन रहा है। मंगलवार को राज्य में रिकार्ड 96 मरीजों की मौत हुई तो रिकार्ड 5703 नए मरीज मिले। इसके साथ ही राज्य में कुल मरीजों की संख्या एक लाख 62 हजार को पार कर गई है। जबकि अभी तक एक लाख 13 हजार मरीज ही ठीक हुए हैं। राज्य के विभिन्न अस्पतालों से 43 हजार से अधिक सैंपल जांच के लिए भेजे गए। 37 हजार की रिपोर्ट आई जबकि 29 हजार की रिपोर्ट आना बाकी है।
राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या में बहुत तेजी से इजाफा हो रहा है। मंगलवार को राज्य में 1471 मरीजों को इलाज के बाद डिस्चार्ज किया गया। लेकिन नए मरीजों के बड़ी संख्या में मिलने से अस्पतालों का दबाव कम होने की बजाए बहुत तेजी से बढ़ रहा है। राज्य में संक्रमण की भयावह स्थिति का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में कंटेनमेंट जोन की संख्या 200 के पार पहुंच गई है।
एसटीएच में मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी होती जा रही है। मंगलवार को अस्पताल में भर्ती मरीजों का आंकड़ा 397 पहुंच गया है। जबकि पहली बार 35 भर्ती मरीजों की कोरोना से मौत हुई है। मरने वालों में युवा भी अच्छी संख्या में है। उधर भर्ती मरीजों में 120 की हालत गंभीर बनी हुई है। 33 मरीजों को वेंटिलेटर पर रखा गया है। एमएस डा. अरुण जोशी ने बताया कि मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। उन्होंने बताया क 32 मरीज अतिगंभीर है। जिनकी हालत पर लगातार नजर रखी जा रही है।
एसटीएच में कोरोना मरीजों के लिए बेड का संकट पैदा हो गया है। इमरजेंसी में कई तिमारदार अपने मरीजों को लेकर पहुंच रहे हैं। और उसको भर्ती करने की जिद्द कर रहे हैं। डाक्टर के समझाने पर कि बेड नहीं है विवाद पैदा हो रहा है। डा. अरुण जोशी ने बताया कि लॉ एंड आर्डर की प्राब्लम पैदा हो सकती है इसको लेकर जिला प्रशासन को बताया जा चुका है।