उत्तराखंड में 534 मरीज अस्पतालों में भर्ती, 46 मरीजों की हो चुकी है मौत
इनमें तीन मौत बुधवार को रिपोर्ट हुई हैं। इनमें 79 वर्षीय बुजुर्ग की मौत हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में हुई है। वह पहले से ही कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। हिमालयन अस्पताल जौलीग्रांट में भी एक 52 वर्षीय व्यक्ति की मौत हुई है। पौड़ी जिले के बेस अस्पताल कोटद्वार में 51 वर्षीय जिस व्यक्ति की मौत हुई है उसकी रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। अस्पताल पहुंचने से पहले ही व्यक्ति ने दम तोड़ दिया था।
कोरोना के लिहाज से उत्तराखंड में हालात फिफ्टी-फिफ्टी रहे। एक ओर जहां 28 नए मामले सामने आए हैं तो दूसरी ओर 29 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज भी हो गए। अभी तक उत्तराखंड में कोरोना के 3258 मामले आए हैं। जिनमें 2650 यानि 81.34 फीसदी लोग ठीक हो चुके हैं, जबकि 534 मरीज अलग-अलग अस्पतालों व कोविड केयर सेंटरों में भर्ती हैं। कोरोना संक्रमित 28 लोग राज्य से बाहर जा चुके हैं, जबकि 46 मरीजों की मौत भी अब तक हो चुकी है।
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को सर्वाधिक 2776 सैंपलों की जांच रिपोर्ट प्राप्त हुई है। इनमें 2748 की रिपोर्ट निगेटिव और 28 की पॉजिटिव आई है। देहरादून में नौ लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। हरिद्वार में भी एक स्वास्थ्य कर्मी समेत छह लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। पौड़ी में चार नए मामले आए हैं। इनमें तीन की ट्रेवल हिस्ट्री अभी पता नहीं लग पाई है, जबकि एक शख्स दिल्ली से लौटा हुआ है। उत्तरकाशी में भी दिल्ली व हरियाणा से लौटे चार लोग पॉजीटिव पाए गए। ऊधमसिंहनगर में तीन लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है। वहीं नैनीताल में भी दिल्ली से लौटे दो लोग संक्रमित मिले हैं।
दो चिकित्सकों सहित नौ संक्रमित
दून में मरीजों का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ताजा रिपोर्ट में भी जिले में नौ में कोरोना की पुष्टि हुई है। अभी तक देहरादून में कोरोना के 785 मामले आ चुके हैं। जिनमें 621 स्वस्थ हो चुके हैं। 118 एक्टिव केस हैं। कोरोना संक्रमित 19 लोग राज्य से बाहर जा चुके हैं, जबकि 27 की अब तक मौत हो चुकी है। इनमें हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति की मौत बुधवार को रिपोर्ट हुई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. बीसी रमोला ने बताया कि नौ मामलों में कोरोना की पुष्टि हुई है, उनमें दो लोग पहले से दून अस्पताल में भर्ती हैं। जबकि कांवली रोड निवासी एक युवक में भी कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। एम्स ऋषिकेश से छह लोग की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इनमें कोलकता से वापस आई एक महिला चिकित्सक व नोएडा से लौटे एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर भी शामिल हैं। वहीं, शामली निवासी एक व्यक्ति भी कोरोना संक्रमित मिला है। सड़क दुर्घटना में घायल यह शख्स कुछ दिन पहले एम्स में भर्ती हुआ था। इसके अलावा धारीवाला, हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई है। वह अपने चोटिल बच्चे को लेकर एम्स की इमरजेंसी में आया था। जहां उसका सैंपल लिया गया था। अस्पताल में भर्ती वीरपुर खुर्द ऋषिकेश निवासी शख्स और ओपीडी में इलाज के लिए पहुंचे शिवालिक नगर हरिद्वार निवासी एक व्यक्ति की रिपोर्ट भी पॉजिटिव है।
भट्ठा गांव में चार पॉजिटिव, प्रशासन अलर्ट
बीते तीन दिनों में भट्ठा गांव में चार लोग के कोरोना संक्रमित पाए जाने पर स्थानीय प्रशासन ने गांव के एक भाग को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा है। उधर, नगर पालिका ने पूरे गांव को सैनिटाइज कर दिया है। वहीं एहतियातन गांव में पुलिस भी तैनात कर दी गई है।
एसडीएम प्रेमलाल ने बताया कि कुछ दिन पहले भट्ठा गांव में हरियाणा से एक युवक, उसकी पत्नी, बच्चा व करीबी रिश्तेदार आया था। इन सभी की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिस पर प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। फिलहाल एहतियातन गांव के एक हिस्से के चारों ओर बल्लियां बांध कर अन्य लोगों का प्रवेश निषेध किया गया है।
कोविड-19 नोडल अधिकारी एवं मसूरी पालिका के ईओ आशुतोष सती ने बताया कि पालिका द्वारा पूरे भट्टा गांव को सैनिटाइज किया गया है। कोतवाल देवेंद्र असवाल ने बताया कि एहतियातन गांव में पुलिस बल तैनात किया गया है।
ग्रामसभा भट्ठा-क्यारकुली की प्रधान कौशल्या रावत ने बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए गांव के सात घरों को बेरिकेडिंग लगाकर सील किया गया है। कोरोना संक्रमित लोगों के परिजनों व उनके संपर्क में आए लोगों की कोविड रिपोर्ट आने तक अपने घरों में ही रहने व अत्यंत जरूरी होने पर ही मास्क पहनकर घरों से बाहर आने को कहा गया है।