उत्तराखंड में कोरोना के 495 नए मरीज, कुल मरीजों की संख्या 15124 हो गई

उत्तराखंड में कोरोना के 495 नए मरीज, कुल मरीजों की संख्या 15124 हो गई

स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार यूएस नगर में सर्वाधिक 249, अल्मोड़ा में चार, बागेश्वर में छह, चमोली में नौ, चम्पावत में चार, देहरादून में 66, हरिद्वार में 106, नैनीताल में 14, पौड़ी में 18, पिथौरागढ़ में तीन, रुद्रप्रयाग में 10, टिहरी के छह मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। ऋषिकेश एम्स में भर्ती दो, हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज में भर्ती दो जबकि उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भर्ती एक मरीज की मौत हो गई। इसके साथ ही राज्य में अभी तक कोरोना संक्रमण के बाद मरने वाले मरीजों की कुल संख्या 200 हो गई है।

उत्तराखंड में रविवार को कोरोना के 495 नए मरीज मिले। इसके साथ ही कुल मरीजों की संख्या 15 हजार के आंकड़े को पार करते हुए 15124 हो गई है। 459 मरीज इलाज के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए। अभी तक ठीक होने वाले मरीजों की संख्या 10480 हो गई है।

राज्य में अभी तक 10480 मरीज कोरोना के इलाज के बाद ठीक हुए हैं। जबकि 4389 मरीजों का राज्य के विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। रविवार को राज्यभर से 5329 मरीजों के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। जबकि सात हजार की रिपोर्ट लैब से मिली है। 12 हजार से अधिक सैंपलों की रिपोर्ट अभी विभिन्न लैबों में पेंडिंग पड़ी हुई हैं। राज्य में कोरोना मरीजों के दोगुना होने की दर 25 दिन, मरीजों के ठीक होने की दर 70 प्रतिशत जबकि संक्रमण दर लगातार बढ़ते हुए 5.25 प्रतिशत पहुंच गई है। यूएस नगर में रविवार को बड़ी संख्या में मरीज मिलने से अचानक कुल मरीजों की संख्या 2955 हो गई है। जबकि सबसे अधिक 3661 मरीज हरिद्वार जिले में हैं। हरिद्वार में एक्टिव मरीजों की संख्या फिर एक हजार के पार पहुंच गई है।

एक सप्ताह में 2626 मरीज, 44 की मौत

राज्य में कोरोना काल के 23 वें सप्ताह में कुल 2626 नए मरीज मिले हैं। इस दौरान 2373 मरीज ठीक होने के बाद अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए। जबकि 44 मरीजों की कोरोना संक्रमण के बाद मौत हुई है। ये तीनों ही आंकड़े इससे पहले के 22 सप्ताहों से ज्यादा हैं। राज्य में अभी तक कुल दो लाख 81 हजार से अधिक लोगों की जांच हो चुकी है। हालांकि इस सप्ताह पिछले सप्ताह के मुकाबले कुछ कम टेस्ट हुए हैं। जिसका प्रमुख कारण इस सप्ताह हल्द्वानी के साथ ही दून मेडिकल कॉलेज की लैब में संक्रमण फैलना एक प्रमुख कारण रहा है।

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