नमामि गंगे कार्यक्रम के लिए 48.62 करोड़ स्वीकृत
शुक्रवार को नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा द्वारा नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत चोरपानी, मुनि की रेती में स्लज मैनेजमेंट प्लांट परियोजना के लिए 8.67 करोड़ रुपये की प्रशासनिक और व्यय की स्वीकृति दी गई। यह योजना शत-प्रतिशत केंद्र पोषित होगी। इस संबंध में स्पष्ट किया गया है कि स्वीकृति के दिन से चार माह के भीतर परियोजना अवार्ड करनी होगी, जबकि अवार्ड किए जाने के बाद छह माह में इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। उत्तराखंड पेयजल निगम इसकी कार्यदायी संस्था होगी।
जल शक्ति मंत्रालय ने गंगा स्वच्छता के उद्देश्य से नमामि गंगे कार्यक्रम के लिए दो अलग-अलग मदों में कुल 48.62 करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। इसमें फॉरेस्ट्री इंटरवेंशन फॉर गंगा के लिए 39.95 करोड़ और नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा के तहत 8.67 करोड़ की धनराशि शामिल है। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का आभार व्यक्त किया है।
जल शक्ति मंत्रालय के नेशनल मिशन फॉर क्लीन गंगा द्वारा उत्तराखंड वन विभाग को फॉरेस्ट्री इंटरवेंशन फॉर गंगा के लिए नमामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष 2020-21 के लिए 39.75 करोड़ रुपये की धनराशि की प्रशासनिक और व्यय की स्वीकृत प्रदान की गई है। शत-प्रतिशत केंद्र पोषित इस परियोजना का उद्देश्य स्वच्छ गंगा में योगदान करना है। विशेष रूप से नदी क्षेत्र में भूगर्भीय और पारिस्थितिकीय पूर्णता को बनाए रखते हुए अनंत वन धारा विकसित करने का कार्य इसमें शामिल है।